शिमला, 19 फरवरी : राजधानी के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी के आरकेएस कर्मचारियों ने नियमित पे स्केल के लिए पेन डाउन स्ट्राइक शुरू कर दी है। सुबह 11 बजे तक आरकेएस कर्मी काले बिल्ले लगा कर सुबह अस्पताल के बाहर मौन प्रदर्शन कर रहे है। इसके चलते अस्पताल में आने वाले मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मरीजों को घंटों लाइनों में खड़े रहकर पर्ची बनाने के लिए अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा।
कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती, तब तक कर्मचारी पेन डाउन स्ट्राइक पर अड़े रहेंगे। सोमवार को अस्पतालों में मरीजों की लंबी लाइन लगी रही। इसके अलावा ओपीडी काउंटर, प्रिंसीपल और वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक के कार्यालय में भी काम ठप रहा। सुबह 8 बजे से लेकर दोपहर 11 बजे तक अस्पताल का पर्ची काउंटर बंद रहने की वजह से अस्पताल में मरीजों के उपचार में देरी हुई है।
आरकेएस यूनियन के अध्यक्ष अरविंद पाल ने बताया कि आठ साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद भी कर्मियों को नियमित पे स्केल नहीं दिया जा रहा है, जबकि उन्हें यहां कार्य करते दस साल से अधिक का समय हो गया है। 2016 में आठ साल की अवधि पूरी करने वाले कर्मियों को नियमित पे स्केल दिया जा रहा है और 2019 में 35 कर्मचारियों ने आठ साल पूरे कर लिए है। बावजूद इसके उन्हें नियमित पे स्केल नहीं दिया जा रहा है। जिसे लेकर कई बार अस्पताल प्रशासन और सरकार से गुहार लगाई गई, लेकिन उनकी मांगे नहीं मानी जा रही है। उन्होंने पेन डाउन स्ट्राइक शुरू की है और मंगलवार से चार घण्टे की हड़ताल पर रहेंगे।