शिमला, 23 जुलाई : नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में ऐसी कार्य संस्कृति विकसित की जा रही है, जिसमें कोई भी अधिकारी काम नहीं करना चाह रहा है। ज्यादातर अधिकारी केंद्र में जाना चाहते हैं। कई वरिष्ठ अधिकारियों ने इसके लिए प्रयास करना भी शुरू कर दिया है। वरिष्ठ अधिकारी जो प्रदेश के विकास में अपनी भूमिका निभाते हैं, वो वर्तमान हालात से त्रस्त हैं और हिमाचल में सेवाएं नहीं देना चाहते हैं।
![](http://mbmnewsnetwork.com/wp-content/uploads/2023/05/jairam-thakur-4.jpg)
उन्होंने कहा कि अधिकारी ऐसा सामान्य परिस्थिति में नहीं करते हैं, जिस तरह के हालात वर्तमान में बन रहे हैं, वो दु:खद है। सरकार में कुछ भी ठीक नहीं हैं, नेताओं के आपसी बातचीत और आरोप-प्रत्यारोप से यह बात साफ हो चुकी है। रोजाना सरकार में बैठे लोग ही अपनी सरकार पर हमला कर रहे हैं। एक-दूसरे के ख़िलाफ़ बातें कर रहे हैं। इस तरह के हालात में अधिकारियों को भी जलालत झेलनी पड़ रही है। लिहाजा ब्यूरोक्रेसी के वरिष्ठ अधिकारी इस तरह का कदम उठाना चाह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह नई तरह का व्यवस्था परिवर्तन है। जहां पर कार्य संस्कृति को इतना ख़राब कर दिया गया है कि कोई अधिकारी यहां काम ही नहीं करना चाहता है। इस तरह का व्यवस्था परिवर्तन आज तक किसी ने नहीं देखा होगा।जयराम ठाकुर ने कहा कि मौसम विभाग ने आगे भी मौसम खराब रहने की चेतावनी दी है। इसलिए बेहतर है कि सरकार इस बात पर ध्यान दे कि आगे होने वाली बरसात से किसी प्रकार का नुकसान न हो पाए और आपदा प्रभावितों की किस प्रकार मदद हो पाए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ब्यूरोक्रेसी भी तंत्र का एक अंग है, उसके बिना व्यवस्था सुचारू रूप से चल नहीं सकती है। ब्यूरोक्रेसी को सरकार में बैठे लोग विकास कार्यों को करने के निर्देश देते हैं, आवश्यकता पड़ने पर सलाह लेते हैं, लेकिन यहां पर खुलेआम धमकियां दी जा रही हैं। अधिकारियों के खिलाफ मीडिया में बयान दिए जा रहे हैं।