मंडी, 26 जून : भारत की जनवादी नौजवान सभा, हिमाचल प्रदेश सेब उत्पादक संघ और किसान सभा ने संयुक्त रूप से एसडीएम बालीचौकी के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेजकर यूनिवर्सल कार्टन को शीघ्र अति शीघ्र लागू करने की मांग उठाई है। इसके साथ ही इन्होंने मंडी मध्यस्थता योजना के तहत ए ग्रेड सेब 80, बी ग्रेड 60 और सी ग्रेड 30 रूपए प्रति किलो की दर से खरीदने, एपीएमसी एक्ट 2005, लीगल मेट्रोलॉजी एक्ट 2009, पैसेंजर एंड गुड्स टैक्सेशन एक्ट को लागू करने, शिमला की तर्ज पर बालीचौकी क्षेत्र में सेब की ग्रेडिंग और पैकिंग की दरें तथा ढुलाई की दरें प्रति क्विंटल/प्रति किलोमीटर तय करने, बागवानी विभाग में सभी प्रकार के कीटनाशक उपलब्ध करवाने और पूरे क्षेत्र में मिट्टी की जांच करवाने की मांग भी की है।
वहीं, इन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के निदेशक को भी टकोली टोल प्लाजा में बागवानी से जुड़ी या कृषि उत्पादों को फ्री में आवागमन की परमिशन और इसके साथ-साथ बालीचौकी मंडल तथा बंजार क्षेत्र की जनता को आने-जाने में रियायत देने की मांग भी की है। भारत की जनवादी नौजवान सभा के राज्य सचिव महेंद्र सिंह राणा ने कहा कि आज प्रदेश कि किसानों और बागवानों के साथ सरकार द्वारा भद्दा मजाक किया जा रहा है।
सिर्फ आश्वासन और झूठे वायदे करके बागवानों को ठगा जा रहा है। जो किसान बागवान दिन रात मेहनत करके अपनी आजीविका कमा रहा है उसकी गाढ़ी कमाई को सरकार विभिन्न माध्यमों से लूट रही है। जहां पर किसानों और बागवानों को आवागमन ज्यादा है वहां पर टोल लगाए जा रहे हैं और इस वर्ग को किसी प्रकार की कोई राहत नहीं दी जा रही है। यदि सरकार किसानों-बागवानों की मांगों पर कोई गौर नहीं फरमाती है तो फिर सभी को सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ हल्ला बोलने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
6 जुलाई तक 6 मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो फिर बालीचौकी में सांकेतिक प्रदर्शन किया जाएगा और यदि फिर सरकार नहीं मानी तो फिर बड़े प्रदर्शन की रणनीति बनाई जाएगी। प्रतिनिधि मंडल में किसान सभा संयोजक प्रकाश चंद, सेब उत्पादक संघ के सह संयोजक मान सिंह, यदुनंदन राय, ओम चंद सहित अन्य लोग भी उपस्थित रहे।