मंडी, 07 जून : सवारियों ने पहले सड़क पर बनी खाईयों को पत्थर डालकर भरा और उसके बाद बस को आगे ले जाया जा सका। सवारियों द्वारा सड़क में बानी खाइयां को भरने का वीडियो सोशल मीडिया (social media) पर खूब वायरल हो रहा है।
वीडियो करसोग विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाली माहुंनाग-सरत्योला सड़क का है। यह इलाका मौजूदा सरकार के लोक निर्माण मंत्री के गृहक्षेत्र के साथ लगता है। 3 करोड़ की लागत से बनी यह 7 किमी लंबी सड़क आज तक पक्की नहीं हो पाई है। इसलिए जरा सी बारिश हो जाने पर इस सड़क पर सफर करना जोखिम भरा हो जाता है। थोड़ी ज्यादा बारिश हो जाए तो सड़क पर बिछी मिट्टी बह जाती है जिससे सड़क पर खाईयां पड़ जाती हैं। ऐसे में जब बस को गुजारना मुश्किल हो जाता है। सवारियों को ईधर-उधर से पत्थर लाकर इन खाईयों को भरना पड़ता है, जिसके बाद ही बस यहां से क्रॉस हो पाती है।
WATCH VIDEO : सवारियों ने पहले भरी सड़क पर बनी खाइयां, फिर गंतव्य तक पहुंची HRTC बस
सवारियों की माने तो यहां सफर करते समय उन्हें खुद बस से नीचे उतर कर गड्डे भरने पड़ रहे है। तभी वह अपने गंतव्य स्थल तक पहुंचते है। स्थानीय जनता कई बार उच्चाधिकारियों को शिकायत कर चुके हैं। इसके अतिरिक्त सीएम हेल्पलाइन के 1100 नंबर पर भी शिकायत की जा चुकी है, लेकिन लोगों की किसी भी स्तर पर सुनवाई नहीं हुई है। ऐसे में जनता में सरकार के खिलाफ भारी रोष है।
माहुंनाग-सरत्योला सड़क में को लेकर पीडब्ल्यूडी की कार्यप्रणाली पर शुरू से ही सवाल उठ रहे हैं। इस सड़क का निर्माण कार्य 23 मार्च 2018 को आरंभ हुआ था, जिसे 23 सितंबर 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। लेकिन पीडब्ल्यूडी की लापरवाही से सड़क निर्माण कार्य अभी भी अधूरा है। हालांकि परिवहन निगम ने इस मार्ग पर बस सेवा आरंभ कर दी है। लेकिन जमीनी हकीकत ये है कि लोगों की सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम नहीं है। 7 किलोमीटर लंबी सड़क में न तो क्रेश बैरियर है और न ही कहीं पर एक भी पैरापिट लगा है। ऐसे में रोजाना लोग जान हथेली पर सफर करने को मजबूर हैं। यही नहीं सड़क कटिंग के दौरान सड़क मार्ग में जगह जगह पर बिखरे रोड़ों की वजह से बस के स्किड होने के भी अंदेशा बना हुआ है।
आजादी के सात दशक बाद भले ही सरत्योला पंचायत सड़क सुविधा से जुड़ गई हो, लेकिन कच्ची और खस्ताहाल सड़क पर लोगों का सफर जरा सा भी आरामदायक और सुरक्षित नहीं है। ग्राम पंचायत के तहत पड़ने वाले बालु कुफरी, शील सरत्यौला चलाऔणी, सराहल, चिमटी व कुटल आदि गांव के लोगों की सफर करते वक्त गहरी खाई देखकर रूह कांपती है।
वहीं जब सड़क की खस्ताहाल के बारे में चीफ इंजीनियर मंडी जोन एनपीएस चौहान से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला ध्यान में आया है। इस बारे में संबंधित अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से सड़क रिपेयर करने के आदेश दे दिए गए हैं।