घुमारवीं, 18 मई : हिमाचल प्रदेश के झंडूता उपमंडल बैहना जटटा पंचायत के लदेड़ गांव की बेटी “अंशु चंदेल” ने हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा परीक्षा (HAS Exam) में दूसरा स्थान अर्जित कर समूचे क्षेत्र को गौरवान्वित किया है। अग्निशमन विभाग (Fire Department) बद्दी में चालक कम ऑपरेटर के पद पर कार्यरत पिता कुलदीप चंदेल बेटी की सफलता से गदगद हैं।
साधारण परिवार में जन्मी बेटी के घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। अंशु चंदेल ने प्रारंभिक शिक्षा आठवीं कक्षा आदर्श पब्लिक स्कूल बैहना जट्टां से हासिल की है । 10 वीं तक की शिक्षा सरस्वती विद्या मंदिर औहर प्राप्त करने के बाद जमा दो की शिक्षा मिनर्वा पब्लिक स्कूल (Minar Public School) घुमारवीं से प्राप्त की है। उच्च शिक्षा के लिए आरकेएमवी शिमला (RKMV Shimla) में दाखिला लिया। बीएससी (ऑनर्स) की पढ़ाई पूरी करने के बाद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) शिमला से बीएड और रसायन विज्ञान में एमएससी (M.Sc. Chemistry) की पढ़ाई मुकमल की।
सफलता पर अंशु चंदेल का कहना है कि मन में अगर कुछ करने का जज्बा हो, तो समय का इंतजार मत करो। फ़ौरन फाइट शुरू कर दे। होनहार बेटी अंशु चंदेल की मां राजकुमारी गृहिणी हैं।
WATCH || हिमाचल में चालक की बेटी बनी अफसर, HAS परीक्षा में पाया दूसरा स्थान
अंशु चंदेल ने कहा कि कोरोना काल के समय वह हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) से बीएड(B Ed) की पढाई कर रही थी। उसी दौरान मन में हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा (Himachal Administrative Services Exam) का विचार आया, लिहाजा बगैर कोचिंग (Coaching) के तैयारी शुरू कर दी। दीगर है कि अंशु ने सीडीएस परीक्षा (CDS Exam) के अंतिम दौर में पहुंचने में भी सफलता हासिल की थी। वहीं एसएससी की परीक्षा (SSC Exam) में पास कर ली थी।
होनहार बेटी ने पहले भी दो बार हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा (HPAS) की प्रारंभिक परीक्षा (preliminary examination) को उत्तीर्ण किया था। मुख्य परीक्षा में विज्ञान की अपेक्षा समाजशास्त्र को विषय चुना। तीसरी बार इस परीक्षा उर्तीण करने में कामयाब हुई है।
समाज शास्त्र को चुनने के सवाल पर अंशु चंदेल ने कहा कि नए विषय रूचिकर होता है । लिहाजा परिणाम भी बेहतर होते है। सफलता का श्रेय अपने माता पिता व परिवार को दिया है।
उन्होंने कहा कि इस मुकाम पहुंचने में पिता कुलदीप चंदेल, माता राजकुमारी (रानो) भाई विशाल चंदेल, दोस्त प्रिया, मोनिका सहित अन्य का सहयोग मिला हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को अपना लक्ष्य निर्धारित कर चलना चाहिए। लक्ष्य पूरा करने को लेकर कड़ी मेहनत करनी पड़ती है।
उन्होंने बताया कि परीक्षा उतीर्ण करने के लिए टाईम टेबल (Time Table) के मुताबिक हर रोज करीब आठ घंटे तक पढ़ाई करती थी। बता दे कि परिवार व रिश्तेदारों पहली मर्तबा कोई प्रशासनिक अधिकारी (Administrative Officer) बना है। बेटी की माता ने कहा कि बच्चों को समय देना चाहिए, जिससे वो अपना मुकाम हासिल कर सकें। बेटियों की शादी की जल्दबाजी में शादी नहीं करनी चाहिए, सफलता प्राप्त करने के समय लगता है।