अधिक से अधिक करें शेयर, ताकि जागे मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का अपना महकमा।
नाहन (एमबीएम न्यूज): कारमल स्कूल के समीप पत्थर से लोडिड ट्रक की ब्रेक फेल घटना की तस्वीरें भयावह हैं। इस बात की कल्पना से ही रोंगटे खड़े हो रहे हैं कि अगर मौके पर राहगीर होते तो हादसा कितना भयानक हो सकता था। शुक्र है कि सामने से कोई वाहन भी नहीं आ रहा था।
अहम बात यह भी है कि चालक सूझबूझ तो दिखा रहा था, लेकिन किस्मत साथ न देती तो मंजर कुछ ओर होता। सनद रहे कि हादसा कारमल स्कूल के गेट के ठीक सामने हुआ। इस प्वाइंट से कुछ आगे दुकानें भी हैं। साथ ही घर भी हैं। सडक़ इतनी संकीर्ण हो चुकी है कि उतराई में इस तरह के हादसों से भविष्य में भी इंकार नहीं किया जा सकता। पिछले एक सप्ताह में इसी प्वाइंट पर एक ट्रक व एक बस भी फंस चुके हैं। उतराई के साथ-साथ संकीर्ण रोड में लोडिड वाहनों को हर वक्त खतरा ही रहता है। शिमला जाने वाले इस मार्ग पर दोनों तरफ से वाहनों की आवाजाही काफी रहती है। जिस गति से सोमवार को ट्रक एक स्कूटर से टकराया, उसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि घर के डंगे से टक्कर की तीव्रता क्या होगी। अब वक्त है कि इस मसले पर गंभीरता से विचार किया जाए। उल्लेखनीय है कि लोक निर्माण विभाग महकमा खुद मुख्यमंत्री के पास है। साथ ही इस महकमे के मुख्य संसदीय सचिव विनय कुमार भी जिला मुख्यालय से अपने क्षेत्र में जाने के लिए इसी मार्ग का इस्तेमाल करते हैं।
यह पड़ी है जरूरत
बढ़ते वाहनों के बोझ को लेकर अब बाईपास के निर्माण की बड़ी जरूरत महसूस की जा रही है। दशकों से यह मामला अधर में लटका हुआ है। शहर में भाजपा -कांग्रेस पानी को लेकर तो जमकर राजनीति कर रही हैं, लेकिन बाईपास के निर्माण पर राजनीतिक दल चुप्पी साधे हुए हैं। बनोग से कांशीवाला बाईपास का कार्य सिरे चढ़ सकता है, बशर्ते गंभीरता से कदम उठाए जाएं। यह हाईवे एनएच में भी तबदील हो चुका है, लिहाजा समय रहते ठोस कदम उठाने की जरूरत है। उधर शहर में भी भारी वाहनों की आवाजाही के लिए समय तय करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।