शिमला, 20 अप्रैल : मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना की उपस्थिति में वीरवार को यहां प्रदेश सरकार की ओर से हिमाचल प्रदेश विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद तथा शूलिनी विश्वविद्यालय के मध्य शिमला के समीप शोघी में स्थित साइंस, लर्निंग एंड क्रिएटिविटी सेंटर (Science, Learning & Creativity Center) में स्टेट-ऑफ-द-आर्ट (state-of-the-art) सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए एक समझौता हस्ताक्षरित किया गया।
परिषद के सदस्य सचिव ललित जैन ने प्रदेश सरकार की ओर से तथा शूलिनी विश्वविद्यालय (Shoolini University) के कुलपति प्रो. अतुल खोसला और रजिस्ट्रार प्रो. सुनील पुरी ने विश्वविद्यालय की ओर से समझौते पर हस्ताक्षर किए। ललित जैन ने बताया कि हिमाचल प्रदेश विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद (Himachal Pradesh Council of Science, Technology and Environment) द्वारा शोघी में साईंस, लर्निंग एंड क्रिएटिविटी सेंटर स्थापित किया गया है। इस केंद्र में विद्यार्थियों को किताबों में पढ़े गए विज्ञान के सिद्धांतों का व्यवहारिक तौर पर अनुभव प्राप्त करने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। यहां प्रस्तावित स्टेट ऑफ द आर्ट सुविधाओं से छात्रों में विज्ञान के प्रति और जिज्ञासा पैदा करने के साथ ही उनकी सृजनात्मक क्षमता को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में शूलिनी विश्वविद्यालय की सहभागिता से विद्यार्थियों को अपने शैक्षणिक ज्ञान (academic knowledge) को व्यवहारिक रूप में ढालने में मदद मिलेगी और उनकी सीखने की क्षमता में भी वृद्धि करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विज्ञान की शिक्षा को बढ़ावा देने में यह पहल महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। विद्यार्थियों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरित करेगी।इस अवसर पर परिषद के संयुक्त सदस्य सचिव सतपाल धीमान, शूलिनी विश्वविद्यालय के डीन ऑफ अंडरग्रेजुएट स्टडीज़ डॉ. केसरी, प्रति-कुलाधिपति विशाल आनंद सहित हिमाचल प्रदेश औद्योगिक विकास बोर्ड के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।