मंडी, 7 अप्रैल : प्रदेश में हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड में तकनीकी कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है। तकनीकी कर्मचारियों की कमी के चलते कर्मचारी भारी दबाव में काम करने को मजबूर है, जिस कारण आए दिन कर्मचारी दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं।
यह आरोप जोगिंदर नगर में हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत परिषद तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण कपटा ने लगाए हैं। इससे पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ने शुक्रवार को विद्युत उपमंडल इकाई जोगिंदर नगर के अधीन कार्यरत तकनीकी कर्मचारियों के साथ बैठक कर आगामी रणनीति तैयार की।
बैठक के उपरांत मीडिया से रूबरू होते हुए लक्ष्मण कपटा ने कहा कि पूरे प्रदेश में तकनीकी कर्मचारियों की कमी के चलते आए दिन कर्मचारी दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। इतना ही नहीं कुछ कर्मचारी ड्यूटी के दौरान अपनी जान भी गंवा चुके हैं। प्रदेश में 8 हजार के करीब तकनीकी कर्मचारियों के पद खाली चले हुए हैं। लेकिन सरकार व बोर्ड प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों को मिलने वाले लाभ से भी वंचित रखा जा रहा है। 6-7 महीने पूर्व सेवानिवृत्त कर्मचारियों को जो लाभ दिए जाने थे वह आज दिन तक नहीं मिल पाएं है।
वहीं प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विद्युत परिषद से सेवानिवृत्त हुए सेवारत कर्मचारियों को संशोधित वेतनमान का लाभ भी सेवा पुस्तिकाओं के बैटिंग न होने के कारण अभी तक नहीं मिल पाया है। उन्होंने विद्युत परिषद से मांग की है कि बैटिंग अनुभाग की संख्या को बढ़ाया जाए ताकि हजारों के हिसाब से बोर्ड मुख्यालय में बैटिंग के लिए पड़ी सेवा पुस्तिकाओं का समय पर निपटारा किया जा सके।
वहीं उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जोगिंदर नगर विद्युत उपमंडल में अधिकारियों की मनमानी के चलते तकनीकी कर्मचारी दफ्तर में काम करने को मजबूर हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 4 दिन के भीतर इन कर्मचारियों को फील्ड में नहीं भेजा जाता है तो विद्युत मंडल जोगिंदर नगर का घेराव किया जाएगा।