शिमला, 19 जनवरी : प्रदेश में मंत्रिमंडल गठन के बाद अब कई विधायक व पूर्व विधायक निगमों-बोर्डों में चेयरमैन व वाइस चेयरमैन तैनात होने के लिए जुगाड़बाजी में लगे है। सरकार और संगठन में संतुलन बनाने के लिए सभी बिंदुओं पर गौर किया जा रहा है। इसको लेकर सुक्खू सरकार मापदंड तय करने में जुटी है। कई विधायक व पूर्व विधायकों की ताजपोशी जल्दी हो सकती है। क्योंकि सुक्खू सरकार में अभी सात मंत्री व छह सीपीएस बनें है।
जिला मंडी को भी सरकार में जगह नहीं मिली। उसके अलावा कांगड़ा जिला से भी अभी और एक मंत्री और एक सीपीएस ही बना है। इस जिले से निगम बोर्डों में तैनाती के लिए कांगड़ा के कई विधायक आस लगाकर बैठे है।
इनमें होती है तैनाती
प्रदेश के योजना बोर्ड, एग्रो इंड्रस्टी, एचपीएमसी, एसआईडीसी, हिमुडा, हिमफैड, कैलाश फेडरेशन, एचआरटीसी, वूल फेडरेशन, बागवानी मार्केटिंग बोर्ड, कृषि मार्केटिंग बोर्ड, वूल फेडरेशन, भूतपूर्व सैनिक बोर्ड, हिमाचल बिजली बोर्ड, अन्य पिछड़ा वर्ग, हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम, राज्य सहकारी बैंक, जोगेंद्र सहकारी बैंक, समाजिक कल्याण बोर्ड, महिला एवं विकास कल्याण बोर्ड, खाद्य एवं आपूर्ति निगम के अलावा बीस सूत्रीय कार्यक्रम बोर्ड आदि में नियुक्तियां की जानी है। अभी तक कांगड़ा सहकारी बैंक में अध्यक्ष की तैनाती ही हुई है। हमीरपुर से संबंध रखने वाले कुलदीप पठानिया को इस पद पर लगाया गया है। सबसे महत्वपूर्ण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी को नियुक्ति दी गई है।
कौन हो सकते हैचेयरमैन व वाइस चेयरमैन
इस दौड़ में सबसे पहला नाम चिंतपूर्णी से पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे कुलदीप कुमार को तैनाती मिलनी तय है। क्योंकि उन्होंने टिकट मिलने के बावजूद बागी होकर चुनाव न लड़ते हुए कांग्रेस प्रत्याशी का साथ दिया। उनके अलावा चुनाव में हारने वाले वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ठाकुर कौल सिंह, आशा कुमारी, रामलाल ठाकुर, प्रकाश चौधरी व सतपाल रायजादा बिलासपुर से बंबर ठाकुर जैसे नेताओं को इन पदों पर एडजस्ट किया जा सकता है। यही नहीं इनके चयन में सीएम सुक्खू की पसंद और ना पसंद मायने रखेगी।
उधर वरिष्ठ विधायकों में संजय रतन, विनय कुमार, इंद्र दत्त लखनपाल, नंदलाल आदि भी चेयरमैन बनने के लिए जुगाड़बाजी कर रहे है। वहीं विधायकों में नए चेहरों में शिमला से कुलदीप राठौर, सिरमौर से अजय सोलंकी, ऊना से चैतन्य शर्मा, सुदर्शन बबलू, सोलन से विनोद सुल्तानपुरी, कांगड़ा से केवल सिंह पठानिया, भवानी सिंह पठानिया, मलेंद्र राजन, कुल्लू से भुवनेश्वर गौड़ को चेयरमैन पद मिल सकते है।