मंडी, 23 दिसंबर : जनपद के दिव्यांगजनों से पूर्व में रही सभी सरकारों ने वादे तो किए, लेकिन किसी ने भी मंडी में दिव्यांग जनों की समस्या को देखते हुए यहां पर एक भवन तक बनाने की जहमत नहीं की। इस बार प्रदेश की सुख्खू सरकार से मंडी जिला के दिव्यांगजनों को उम्मीदें हैं कि वह उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए कार्य करेंगे। यह बात हिमालयन दिव्यांग कल्याण संस्था की जिला प्रधान हेमलता पठानिया ने कही।
मंडी शहर के भूतनाथ मंदिर परिसर में शुक्रवार को हिमालयन दिव्यांग कल्याण संस्था कि मासिक बैठक हुई, जिसमें लगभग दो दर्जन दिव्यांगों ने भाग लिया। बैठक में जिला में दिव्यांगों को आए दिन पेश आने वाली समस्याओं और उनके निराकरण की विस्तार से चर्चा भी की गई।
इस मौके पर हिमालयन दिव्यांग कल्याण संस्था जिला मंडी की प्रधान हेमलता पठानिया ने नई सरकार को बधाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दिव्यांगों की मुख्य मांगों के ऊपर गौर करेंगें।
उन्होंने कहा कि दिव्यांग भवन का मामला कई वर्षों से चला आ रहा है, लेकिन इस पर सिर्फ विचार विमर्श किया जाता है और कार्रवाई बिल्कुल भी नहीं की जाती। इसके साथ ही उन्होंने नई सरकार के आने से बंद हुए कार्यालयों और उनमें नियुक्त एमटीएस वर्करों को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होने सरकार से अनुरोध किया है कि दिव्यांगों के दस्तावेजों की जांच अवश्य की जाए लेकिन उनमें नियुक्त हुए पात्र दिव्यांगों को उन्हे कई वर्षों उपरांत मिली नौकरी से नहीं निकाला जाए।