मंडी, 16 नवंबर : जनपद के सतोहल में स्थित हिमाचल सांस्कृतिक शोध संस्थान एवं नाट्य रंगमंडल में राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। बीती 14 नवंबर से शुरू हुआ यह नाट्य महोत्सव 17 नवंबर तक जारी रहेगा। इसमें चार नाट्य दलों को अपनी प्रस्तुति देने के लिए यहां आमंत्रित किया गया है। इसमें दिल्ली, हरियाणा, शिमला और नाट्य रंगमंडल सतोहल के दल शामिल हैं।
बीती शाम गेयटी थियेटर शिमला के नाट्य कलाकारों ने 16वीं सदी में क्रिस्टफो मार्लो द्वारा लिखित ’’डा. फॉस्ट्स’’ नाटक का मंचन किया। इस नाटक का हिंदी अनुवाद हिमाचल के ही जाने-माने लेखक एवं साहित्यकार स्व. बद्री सिंह भाटिया ने किया है। नाटक का निर्देशन हिमाचल के जाने माने नाट्य निर्देशक केदार ठाकुर ने किया है। नाटक के माध्यम से बताया गया है कि कैसे एक ही इंसान के मन में दो प्रकार के भाव रहते हैं। कैसे इंसान सही का न चुनकर गलत की राह पर चल पड़ता है, और फिर उसे उसके गलत परिणाम भी भुगतने पड़ते हैं।
निर्देशक केदार ठाकुर ने बताया कि ’’डा. फॉस्ट्स’’ 16वीं सदी में लिखा जरूर गया है लेकिन आज भी इसका उतना ही महत्व है। आज भी यह लोगों को सही राह दिखाने में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। इससे पहले शिमला में चार बार इस नाटक का मंचन किया जा चुका है जिसे लोगों ने खूब सराहा है।
हिमाचल सांस्कृतिक शोध संस्थान एवं नाट्य रंगमंडल सतोहल की सचिव सीमा शर्मा ने बताया कि उनका संस्थान बीते 25 वर्षों से रंगकर्मियों को एक बेहतरीन मंच मुहैया करवाने का निरंतर प्रयास कर रहा है। मौजूदा नाट्य महोत्सव में चार दल अपनी प्रस्तुतियों से लोगों का मनोरंजन करने के साथ-साथ उनमें सजगता भी ला रहे हैं।