नाहन, 17 अक्तूबर : ऐतिहासिक शहर में अहोई अष्टमी का पर्व हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। इस मौके पर मां अपने बच्चों की दीर्घायु की कामना के लिए निर्जल व्रत रखती हैं। लेकिन इस मौके पर भी लूट-खसूट को नहीं छोड़ा जाता। आप ये जानकर हैरान हो जाएंगे कि शहर में एक दुबले से गन्ने की कीमत 50 रुपए तक भी वसूली गई।
आपको बता दें कि अहोई अष्टमी के पर्व पर गन्ने के साथ मूली का पूजन भी किया जाता है। रविवार से ही बाजार में सब्जी की दुकानों पर गन्ना पहुंच गया था। इसके अलावा कई अन्य दुकानदारों ने भी कमाई के लिए गन्ने बेचने शुरू कर दिए। रविवार शाम बढ़िया कवालिटी के गन्ने की कीमत 40 रुपए थी, लेकिन सोमवार सुबह कीमत 50 रुपए तक भी थी।
हालांकि, शहर के मुख्य बाजार से दूर स्थित कुछ दुकानदार एक गन्ने को 25 से 35 रुपए के बीच भी बेच रहे थे। दिलचस्प बात ये है कि एक गन्ना खरीदने की बजाय एक किलो चीनी घर ले जाई जा सकती थी। इस बात तो गन्ने की दर से इस कारण जोड़ा जा रहा था कि शूगर के उत्पादन का मुख्य राॅ मैटीरियल ही गन्ना होता है।
गन्ने की ऊंची कीमत को लेकर शहरवासियों ने कहा कि वैसे तो हर साल गन्ना खरीदते हैं, लेकिन इस बार हैरानी की बात थी कि एक गन्ना 50 रुपए किलो तक बेचा जा रहा था। शहरवासियों की ये भी मांग है कि मुख्य त्यौहारों पर दामों पर नियंत्रण के लिए प्रभावी कदम उठाए जाने चाहिए।
उल्लेखनीय है कि अमूमन एक गन्ना नहीं, बल्कि इसे जोड़े में खरीदा जाता है।