सोलन/नाहन (एमबीएम न्यूज): 22 साल की उम्र में होनहार बेटे सिद्धार्थ ने इंडियन नेवी में बतौर लेफ्टिनेंट बनकर अपने माता-पिता का नाम रोशन किया ही है। साथ ही अपने पैतृक जिला सिरमौर के लोगों को भी गौरवान्वित किया है। शनिवार को इंडियन नेवल अकादमी की पासिंग आउट परेड में सिद्धार्थ को लेफ्टिनेंट का रूतबा तो मिला ही है। साथ ही प्रशिक्षण के दौरान नेवल ऑरिएंटेशन के वर्ग में चीफ ऑफ द नेवल स्टाफ पदक भी हासिल किया।
10 सितंबर 1993 को सराहां खंड के नैनाटिक्कर में राजेश व रजनी गुप्ता के घर जन्मे सिद्धार्थ ने एनआईटी हमीरपुर में 49वां रेंक हासिल कर बीटेक में दाखिला लिया था। अभी तीन साल की पढ़ाई ही पूरी की थी कि सिद्धार्थ का चयन इंडियन नेवी में हो गया। तमाम औपचारिकताएं पूरी करने के बाद सिद्धार्थ ने केरल में इंडियन नेवल अकादमी इंजीमाला में जून 2015 में अपना प्रशिक्षण शुरू किया। माता-पिता का होनहार बेटा सिद्धार्थ हमेशा से ही पढ़ाई में होशियार रहा। लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ गुप्ता के पिता व्यवसायी हैं तो वहीं माता रजनी गुप्ता सुल्तानपुर में शिक्षा विभाग में बतौर टीजीटी कार्यरत हैं।
कसौली के सैंट मेरी स्कूल में दसवीं की परीक्षा में सिद्धार्थ ने 94 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। इसके बाद सोलन में बीएस सैंट्रल पब्लिक स्कूल से नॉन मेडिकल में 92 प्रतिशत अंक हासिल कर जमा दो की परीक्षा पास की। शनिवार की पासिंग आउट परेड में परिवार के लिए सबसे अनमोल पल उस वक्त आए, जब उनके बेटे को चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ जरनल दलबीर सिंह सुहाग ने स्वर्ण पदक प्रदान किया।