रिकांगपिओ (जेएस नेगी) : किन्नौर जिला में सतलुज नदी पर 8 करोड की लागत से दो वैली पुलों के निर्माण किए जाने से अब शिमला, रामपुर आदि क्षेत्रों से किन्नौर आने वाली छोटी—बडे सभी वाहन भारत—चीन सीमाओं तक सीधी आवाजाही एनएच मार्ग से ही करनी शुरू हो गई है। अन्यथा वाहन चालकों को उरनी ढांक के पास करीब बीस किलोमीटर वाया टापरी—उरनी—चोलिंग सम्पर्क मार्ग से होकर गुजरना पड रहा था ।
मात्र दो महीने के भीतर सतलुज नदी पर दो पुलों का निर्माण कर जनता को राहत प्रदान किए जाने पर किन्नौर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष उमेश नेगी, पीतम्बर नेगी प्रदेश उपाध्यक्ष राज्य को—ऑपरेटीव बैंक, रगुवीर नेगी निदेशक एचपीएमसी, किन्नौर कांग्रेस महासचिव निर्मल नेगी, राज कुमार नेगी निदेशक किन्नौर फैडरेशन, जिला परिषद सदस्य यश्वीर नेगी, पंचायत प्रधान कामरू विक्रम सिंह, पंचायत प्रधान सांगला सचिन नेगी, पंचायत प्रधान छितकूल राज कुमारी, पंचायत उप प्रधान कामरू मुकेश नेगी ने मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश वीरभद्र सिहं व स्थानीय विधायक एंव विस उपाध्यक्ष जगत सिहं का आभार व्यक्त किया है।
उन्होने कहा कि पिछले लम्बे समय में उरनी ढांक के पास लगातार हो रहे भू—स्खलन के कारण एनएच पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। वाहन चालकों को सम्पर्क मार्ग से हो कर जाना पडता था। एनएच अवरुद्ध होने से किन्नौर के सेब व मटर उत्पादकों को अपनी फसलों को मण्डियों तक पंहुचने के लिए खासी असुविधा उठानी पडती थी। इसी तरह किन्नौर के पर्यटन व्यवसाय को भी इसका काफी असर पड रहा है। ऐसी कई समस्याओं को देखते हुए स्थानीय विधायक एंव विस उपाध्यक्ष जगत सिहं नेगी के अथक प्रयासों से सतलुज नदी पर दो पुलों का निर्माण कर लोगों को राहत देने का काम किया है।