शिमला, 17 सितंबर: इसे बेरोजगारी की प्रकाष्ठा कहें या गलाकाट प्रतिस्पर्धा। इस दफा हिमाचल पुलिस भर्ती में नए आरक्षी (Constable) के पद पर चयनित युवाओ की एजुकेशन क्वालीफिकेशन पढ़ कर आप हैरान हो जाएंगे। हालांकि, पुलिस बल को क्वालीफाइड सिपाही मिलने से खाकी वर्दी की छवि देश भर में मजबूत होगी। आपको सिलसिलेवार बताते हैं कि इस दफा क्वालीफिकेशन के मामले में टैक्नीकल क्वालीफिकेशन के अलावा अकादमिक पढ़ाई वालो की संख्या काफी है।
मिली जानकारी के अनुसार इस बार सबसे अधिक 42 बीटेक अभ्यर्थी भर्ती में सिलेक्ट होकर ट्रेनिंग के लिए डरोह पहुंचे हैं। वहीं, 30 एमएससी, 30 एमए, 5 एमबीए, 4 बीसीए, एक एमसीए, एक एमटीए, दो एलएलबी व एक एमफिल शामिल है। इसके अलावा भी 16 अन्य कैंडिडेट टेक्निकल क्वालीफिकेशन रखते हैं। जबकि पुलिस सिपाही के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता दस जमा दो निर्धारित थी। साथ में शारीरिक परीक्षा उत्तीर्ण करना शामिल था।
पिछले कुछ वर्षों से पुलिस भर्ती में ग्राउंड की मेरिट को अधिक तरजीह नहीं दी जाती। ग्राउंड के लिए कुछ खास मापदंड ही तय किए गए हैं, जो कैंडिडेट को क्वालीफाई करने होते हैं।
लिखित परीक्षा की मेरिट को मान्यता देने से पुलिस भर्ती में उच्च शिक्षित अभ्यर्थी भर्ती में सफल हो रहे हैं। पुरुषों में आरक्षी (Constable) वर्ग के 808 चयनित अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण शुरू हुआ है, जबकि महिला आरक्षियों की संख्या 208 है।
शनिवार को हिमाचल पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू (DGP Sanjay Kundu) ने डरोह में ट्रेनिंग करने पहुंचे अभ्यर्थियों से संवाद भी स्थापित किया। साथ ही हिमाचल पुलिस का हिस्सा बनने पर उनका स्वागत भी किया। डीजीपी ने प्रशिक्षुओं को सोशल मीडिया का इस्तेमाल अनुशासन व मर्यादा में रहकर करने की सलाह भी दी।