हमीरपुर,11 सितंबर : हर कर्मचारी के जीवन में पदोन्नति आर्थिक वृद्धि की सौगात लेकर आती है, मगर जेबीटी से प्रमोट होकर टीजीटी बन रहे कई शिक्षकों के साथ ऐसा नहीं हो रहा।
नए वेतन आयोग के लागू होने के बाद दर्जनों शिक्षक इस बात को लेकर परेशान हैं कि अगर वे जेबीटी ही रहते, कोई प्रमोशन न लेते तो भी उनका वेतन उस वेतन से ज्यादा होता जो उन्हें आज बतौर टीजीटी मिल रहा है। वे जेबीटी से हेड टीचर बन जाते तो भी एक या दो इंक्रीमेंट मौजूदा बेसिक पे पर अतिरिक्त मिली होती।
मौजूदा वेतन आयोग में टीजीटी बनना हर तरह से घाटे का सौदा बनता जा रहा है। वर्ष 2009 में नियुक्त जेबीटी शिक्षकों की स्थिति देखें तो 2.59 फैक्टर से उनको स्तर 10 में 31 मार्च 16 तक 38100 रूपये बेसिक मिली थी। 1 जनवरी 2022 में वे प्रमोशन वाली इंक्रीमेंट सहित 45400 रुपये बेसिक में फिक्स हुए। इन शिक्षकों को 2.25 फैक्टर चुनने पर 1 फरवरी, 2022 को 45400 रूपये बेसिक ही मिलनी थी। मगर 15 प्रतिशत वाले विकल्प को चुनने पर इनको 1 जनवरी , 2022 से 48200 रुपये बेसिक पे मिली और अधिकांश ने यही विकल्प चुना।
मगर जब पदोन्नति के आर्थिक फायदे नुकसान का जायज़ा लिया गया तो वर्ष 2015 में प्रमोट हुए टीजीटी को बेसिक पे 48200 रूपये और इनसे बाद वर्ष 2017 में प्रमोट टीजीटी को 49600 रूपये बेसिक पे मिली। इस तरह टीजीटी कैडर में बाद में प्रमोट टीजीटी को पहले से प्रमोट हुए टीजीटी से अधिक बेसिक पे मिली। वर्ष 2009 में नियुक्त टीजीटी को वर्ष 2015 में टीजीटी प्रमोट होने पर भी 15 प्रतिशत विकल्प में 48200 रुपये बेसिक पे मिल रही है। जो जेबीटी प्रमोट नहीं है उनको वर्ष 2015 से 49000 रुपये बेसिक पे मिल रही है। वर्ष 2018 में प्रमोट जेबीटी को 51100 रुपये बेसिक पे मिल रही है। इस तरह सीनियर टीजीटी को जूनियर टीजीटी से वेतन में घाटा हो रहा है।
उधर, जेबीटी से हेड टीचर बने शिक्षकों का वेतन भी इनसे ज्यादा बन रहा है। 4-9-14 के लाभ भी इस विसंगति को और बढ़ा रहे हैं। अगर 4-9-14 बहाल नहीं किया गया तो सेवानिवृत्ति तक हर प्रमोटी टीजीटी को लाखों रूपये का घाटा होगा। यह मामला राजकीय टीजीटी कला संघ प्रदेश महासचिव विजय हीर ने प्रदेश वित्त विभाग को भेजा है और पदोन्नत शिक्षकों को कम वेतन मिलने की विसंगति को दूर करने हेतु दो सप्ताह में निर्णय लेने का आग्रह किया है। संघ ने कहा कि टीजीटी शिक्षकों को स्तर 11 पर रखा जाना चाहिए।
कर्मचारी भत्ते पर विचार करे सरकार
टीजीटी कला संघ ने प्रदेश सरकार से भत्ते बढ़ाने के लिए प्रस्ताव शीघ्र कैबिनेट में अप्रूव करने की मांग की है। संघ के अनुसार पंजाब वेतन आयोग की रिपोर्ट में भत्ते बढ़ाने के साफ निर्देश व प्रावधान थे मगर प्रदेश में 3 जनवरी ,2022 से अब तक भत्ते बढ़ाने की अधिसूचना नहीं हुई। जिसकी प्रतीक्षा 2 लाख कर्मचारी वर्ष 2016 से कर रहे हैं। एचआर एवं मेडिकल वृद्धि पंजाब तर्ज़ पर की जाए और टीए डीए के रेट भी बढ़ाए जाएं। इसके अलावा डीए की सौगात भी शीघ्र दी जाए।