शिमला, 03 सितम्बर: हिमाचल प्रदेश में सेब सीजन पूरे चरम पर है। कुल्लू, शिमला, मंडी और चंबा जिला से बड़ी तादाद में सेब मंडियों में पहुंच गया है। इसके बाद किन्नौर और लाहुल-स्पीति जिला के कई क्षेत्रों में सेब सीजन शुरू होगा। अभी तक के आंकड़ों के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में सेब उत्पादन पिछले साल 2021 की तुलना में बढ़ा है।
बीते वर्ष प्रदेश में 2.80 करोड़ सेब पेटियों का उत्पादन हुआ था। राज्य के मार्केटिंग बोर्ड के अनुसार अब तक दो करोड़ पेटी से ज्यादा सेब राज्य से बाहर की मंडियों में भेज दिया गया है। कोल्ड स्टोर द्वारा खरीदे गए सेब को मिलाकर दो करोड़ 10 लाख पेटी से अधिक सेब बागवान बेच चुके हैं। बागवानी अधिकारियों की मानें तो तकरीबन 60 प्रतिशत सेब सीजन खत्म हो गया है। अब सवा करोड़ से डेढ़ करोड़ पेटी के बीच सेब और होने का अनुमान है। इन दिनों 7500 फीट से अधिक ऊंचे क्षेत्रों का सेब मंडियों में आ रहा है।
हालांकि सेब के रेट में आई गिरावट ने बागवानों को चिंता में डाल दिया है। डेढ़ सप्ताह पहले तक उन्नत किस्म का जो सेब अधिकतम 2400 रुपए प्रति पेटी बिक रहा था। वह अब मुश्किल से 1700 रुपए प्रति बिक पा रहा है। इससे अब लागत निकाल पाना भी मुश्किल हो गया है। दाम में गिरावट के लिए कुछ बागवान अदानी समेत दूसरे निजी घरानों को दोषी ठहरा रहे हैं तो कुछ इसे डिमांड और सप्लाई से जोड़कर देख रहे हैं। दरअसल आंकड़ों पर गौर करें तो जिस लिहाज से रेट गिरे है, उतनी ज्यादा सप्लाई नहीं बढ़ी है।