नाहन,19 अगस्त : शनिवार को चाइल्ड लाइन टीम समन्वयक सुमित्रा शर्मा व राम लाल चौहान द्वारा त्रिलोकपुर मंदिर परिसर व आस-पास के स्लम एरिया में रहने वाले लोगों के साथ आउटरीच किया गया। इस दौरान टीम द्वारा स्लम में रहने वाले बच्चों व उनके अभिभावकों को चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 नंबर के बारे में जानकारी दी। साथ ही बच्चों को शिक्षा के बारे जागरूक करवाया। मंदिर परिसर के आस-पास भीख मांग रहे बच्चों को भीख मांगने से रोका गया व लोगो व दुकानदारों को भी किसी बच्चे को भीख न देने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि भीख मांगना व भीख मंगवाना एक क़ानूनी जुर्म है। हिमाचल सरकार के द्वारा बाल भिक्षावृत्ति से सुरक्षा के लिए प्रिवेंशन ऑफ़ बेगिंग एक्ट 1979 को लागु किया गया है। टीम द्वारा एक्ट के बारे में भी लोगो को विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि यदि कोई किसी भी बच्चे को भीख मांगते हुए या 14 वर्ष से कम आयु के बच्चे को होटल, दुकान या किसी कारखाने में काम करता हुआ देखते है तो तुरंत इसकी शिकायत चाइल्ड लाइन 1098 नंबर पर करें। चाइल्ड लाइन टीम 60 मिनट में बच्चे तक पहुंचती है और उस बच्चे को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश करते है।
टीम द्वारा अभिभावकों को बताया गया कि वह अपने बच्चो को शिक्षा प्राप्त करने के लिए स्कूल अवश्य भेजे। यदि किसी अभिवावक को दाखिला करवाने में कोई समस्या आती है तो इसके लिए वह चाइल्ड हेल्पलाइन को सूचित कर सकते है। इस दौरान टीम द्वारा पुलिस अधिकारियों के साथ कालाआम्ब मुख्य बाजार के में रात का आउटरीच किया गया, जिसका मुख्य उदेश्य बच्चो को बाल मजदूरी से रोकना व लोगो को बाल श्रम (प्रतिषेध और विनियम) अधिनियम 1986 के बारे में जानकारी देना था। टीम द्वारा इस दौरान मुख्य बाजार की सभी दुकानों, होटल, ढाबों व स्वीट शॉप का निरीक्षण किया गया।