ऊना, 10 अगस्त : जिला मुख्यालय के मुख्य डाकघर में बुधवार को दिनदहाड़े एक लाख रुपए की चोरी होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। डाक विभाग की रेगुलर डिपॉजिट एजेंट महिला डाकघर में ही शातिर महिलाओं का शिकार बन गई। वहीं मामले की जानकारी पुलिस को भी दी गई है, जिसके बाद पुलिस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। वारदात को अंजाम देने वाली दो संदिग्ध महिलाओं की तलाश के लिए एक और जहां पुलिस द्वारा नाकाबंदी की गई है।
वहीं दूसरी तरफ सीसीटीवी फुटेज खंगालने का काम भी शुरू कर दिया गया है। चोरी की वारदात को अंजाम देने वाली शातिर महिलाओं के चेहरे सीसीटीवी में कैद हो गए हैं। जनपद के मुख्य डाकघर में बुधवार को डाक विभाग की ही रेगुलर डिपॉजिट एजेंट महिला के बैग से एक लाख रुपए की राशि चोरी किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। वारदात को अंजाम देने के पीछे दो संदिग्ध महिलाओं का हाथ बताया जा रहा है।
वहीं, इस घटना के बाद डाक विभाग की रेगुलर डिपॉजिट एजेंट प्रेमलता ओहरी सदमे में है। पीड़ित रेगुलर डिपाजिट एजेंट प्रेमलता ने बताया कि वह ग्राहकों से आर डी के रूप में ली गई करीब 1.85 लाख रुपए से अधिक राशि को डाकघर में जमा करवाने पहुंची थी। इसी दौरान डाकघर में ही किसी ने उनके थैले को ब्लेड लगाकर चुपके से 500-500 रुपये के नोटों की 2 गड्डियां निकाल ली। मामला सामने आने पर फौरन डाकघर में लगे सीसीटीवी की फुटेज को खंगाला गया, जिसमें पीड़ित महिला के आसपास दो अन्य महिलाओं की गतिविधियां संदिग्ध पाई गई। दोनों महिलाएं घटना के बाद से ही मौके से भी फरार बताई गई हैं।
प्रेमलता ने बताया कि उसके पास कुल राशि में से करीब 85 हजार रुपए सुरक्षित बचे हैं। उधर डाक विभाग के डाकपाल पवन कुमार का कहना है कि रेगुलर डिपॉजिट एजेंट प्रेमलता ओहरी ने एक लाख रुपये चोरी होने के संबंध में शिकायत की है जिसके बाद सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली गई। उन्होंने अपने ही स्तर पर पुलिस को भी सूचित किया है, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। मामले की जांच पुलिस द्वारा शुरू कर दी गई है।