नाहन, 21 जून : सोमवार रात कांग्रेसियों के बीच खुली जंग पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Himachal Pradesh Congress Committee) ने कड़ा संज्ञान लिया है। कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हर्ष महाजन की रिपोर्ट के आधार पर पीसीसी ने तत्काल प्रभाव से सिरमौर कांग्रेस कमेटी को भंग करने का फैसला लिया है।
गौरतलब है कि कार्यवाहक अध्यक्ष हर्ष महाजन शिमला संसदीय क्षेत्र के प्रभारी भी हैं। कांग्रेस कमेटी को भंग करने का निर्णय अध्यक्ष व सांसद प्रतिभा सिंह के स्तर पर लिया गया है। एसपीसीसी ने सिरमौर कांग्रेस कमेटी को भंग करने से पहले पार्टी के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला की भी मंजूरी हासिल की।
अधिसूचना जारी करते हुए पार्टी के महासचिव (संगठन) रजनीश खिमटा ने बताया कि पूर्व मंत्री गंगूराम मुसाफिर को अगले आदेश तक संगठन के मामलों की जिम्मेदारी दी गई है। बता दें कि सोमवार रात कांग्रेसियों में आपस में ही सुपर हाई वोल्टेज ड्रामा सामने आया था।
जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष रूपेंद्र ठाकुर ने पार्टी के जिलाध्यक्ष कंवर अजय बहादुर सिंह व पांवटा के पूर्व विधायक किरनेश जंग चौधरी पर मारपीट का आरोप लगाया था। इसके बाद आधी रात को पुलिस ने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ आईपीसी की धारा-341, 323 व 34 के तहत मामला दर्ज किया था।
चुनाव की दहलीज पर कांग्रेस के बीच गुटबाजी की ऐसी घटना, लाजमी तौर पर पार्टी के लिए विधानसभा चुनाव में नुकसानदेह साबित हो सकती है। इसका सीधा असर नाहन व पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्रों में पड़ता दिख रहा है। वहीं भाजपा ने सीधे तौर पर कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की है, लेकिन सलानी रिजॉर्ट के हाई वोल्टेज ड्रामे पर सिरमौर भाजपा अध्यक्ष विनय गुप्ता की प्रतिक्रिया जरूर सामने आई थी।
दरअसल, चंद रोज पहले कांग्रेस ने सलानी रिजॉर्ट में ‘भारत जोड़ो सदभावना’ कार्यक्रम का आयोजन किया था। इसके निमंत्रण पत्र को लेकर ही कांग्रेस दो गुटों में बंट गई थी।
मामले ने उस समय तूल पकड़ा था, जब वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व उप नेता प्रतिपक्ष हर्षवर्धन चौहान कार्यक्रम के दौरान दरी पर बैठ गए थे। उल्लेखनीय है कि सोमवार रात भी कांग्रेसी एकजुटता का मंत्र पढ़कर वापस लौट रहे थे। लेकिन मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर निहोग में मारपिटाई की नौबत आ गई।
उधर ये भी बताया जा रहा है कि सदभावना कार्यक्रम से ठीक एक दिन पहले 11 जून को सिरमौर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कंवर अजय बहादुर सिंह ने इस्तीफा पीसीसी अध्यक्ष को भेज दिया था, लेकिन इसे मंजूर नहीं किया गया था। बीती रात के घटनाक्रम के बाद हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पूरी कमेटी को ही भंग कर दिया।
एक अन्य जानकारी के मुताबिक 23 जून को दिवंगत मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के जन्मदिन के मौके पर पूर्व मंत्री गंगूराम मुसाफिर सिरमौर में संगठन की कमान संभालेंगे। इसी दिन कांग्रेस शांति पाठ भी करेगी।