मंडी, 14 मई : मिड डे मील वर्करों ने प्रदेश व केंद्र सरकार के खिलाफ शोषण का आरोप लगाते हुए आंदोलन करने का निर्णय लिया है। शनिवार को हिमाचल प्रदेश स्कूल मिड डे मील वर्कर्स यूनियन संबंधित सीटू की जिला कमेटी की बैठक सीटू कार्यालय कामरेड तारा चंद भवन में चमन लाल व बख्शी राम की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
बैठक में जिला प्रभारी गुरदास वर्मा विशेष तौर पर मौजूद रहे। बैठक में निर्णय लिया गया कि जून व जुलाई महीने में खंड सम्मेलन किए जाएंगे जबकि अगस्त महीने में जिला सम्मेलन किया जाएगा। बैठक में निर्णय लिया गया कि राज्य व केंद्र सरकार जो मिड डे मील वर्करों का शोषण कर रही है इसके खिलाफ आंदोलन खड़ा किया जाए। इसी क्रम में आने वाले मानसून सत्र में विधानसभा का घेराव किया जाएगा। यूनियन का कहना है कि 2019 में उच्च न्यायालय ने निर्णय दिया था कि मिड डे मील वर्करों को 12 महीने का वेतन दिया जाए और न्यूनतम वेतन का भुगतान हो लेकिन सरकार ने अभी तक भी इसे लागू नहीं किया। इसके अलावा वेतन देने में भी विसंगतियां हैं।
कहीं पर दिसंबर 2021 का वेतन दिया जा रहा है, कहीं मार्च 2022 को वेतन तो कहीं अप्रैल 2022 तक का वेतन दे दिया गया है जबकि यह वेतन प्रति महीने 2 या 3 तारीख को मिल जाना चाहिए। इस कारण से वर्करों में भारी रोष है। अभी सरकार ने मिड डे मील वर्करों के वेतन में बढ़ौतरी करके इसे 3500 रूपए करने का एलान किया है मगर सरकार इसे भी दे नहीं रही है। एक तरफ इतनी अधिक महंगाई है तो दूसरी तरह जो इनको मिलता है वह भी समय पर नहीं दिया जा रहा है।
इसके अलावा 25 बच्चों की शर्त में जहां बच्चे कम हो जाते हैं वहां से एक कार्यकर्ता को हटा दिया जाता है मगर यदि बच्चे बढ़ जाते हैं तो उसकी जगह दूसरा वर्कर रखने में टालमटोल की जाती है। कई स्कूलों में 60 से 80 बच्चे हैं मगर वाहं पर एक ही कार्यकर्ता काम कर रही हैं। यदि किसी के घर में काम है या बीमार हो जाए तो इनके लिए छुट्टी का भी कोई प्रावधान नहीं है। या तो इन्हें अपने किसी रिश्तेदार को काम पर भेजना पड़ता है या फिर दिहाड़ी पर आदमी रखना पड़ता है जो शर्म की बात है।
यूनियन की मांग है कि हर स्कूल में दो कार्यकर्ता रखे जाएं,चाहे बच्चे कितने भी हों ताकि किसी को यदि जरूरी तौर पर छुट्टी करनी पड़े तो वह जा सके। इसके अलावा 16 साल का काम करने के बाद इनकी छंटनी की जा रही है जो एक दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है। इसे देखते हुए अब मिड डे मील वर्करों ने आंदोलन करने का निर्णय लिया है। इस बैठक में जिला के दस शिक्षा खंडों से करीब 30 लोगों ने भाग लिया। बैठक में प्रमुख तौर पर संतोष कुमारी, अहल्या, तारा, शंकुतला, कृष्णा,दुनी चंद, चुन्नी लाल, मैना देवी, गायत्री , बबली, रीतू देवी आदि ने भाग लिया।