नाहन, 26 अप्रैल: पड़ोसी राज्य हरियाणा के कई क्षेत्रों से हिमाचल में पशुचारे के तौर पर तूड़ी पहुंचती है। इसी बीच हरियाणा के कई उपायुक्तों द्वारा तूड़ी की बिक्री पर रोक लगा दी गई है। पांवटा साहिब में श्री सत्यानंद गौधाम के संचालक सचिन ओबरॉय की मानें तो इससे राज्य में पशुचारे का संकट गहरा सकता है।
पांवटा साहिब डेयरी दुग्ध उत्पादक संघ व किसान संघ ने भी सचिन की बात पर सहमति जताई है। साथ ही एसडीएम व उपायुक्त के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेज कर इस ओर ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया है।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा के यमुनानगर, अंबाला व कुरुक्षेत्र इत्यादि क्षेत्रों से हिमाचल के शिमला, सोलन, सिरमौर व बिलासपुर के किसान भारी मात्रा में तूड़ी खरीदते हैं। सचिन ने बताया कि पड़ोसी राज्य में गेहूं की कटाई जारी है। हरियाणा से साल भर तूड़ी खरीदी जाती है। किसान हरियाणा के अलावा पंजाब पर भी निर्भर हैं।
उन्होंने बताया कि सिरसा के डीसी ने तूड़ी को उद्योगों में कमर्शियल इस्तेमाल व अन्य बिक्री पर प्रतिबंध लगाया है। अब अन्य जिलों में भी डीसी ये आदेश जारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि यमुनानगर व अंबाला जिलों से हिमाचल में तूड़ी लेकर आ रहे ट्रैक्टरों का 20 हजार रुपए तक का चालान किया जा रहा है।
सचिन ने राज्य सरकार से इस मामले में दखल देने की मांग की है।