नाहन, 26 अप्रैल : एक अरसे से मौसम शुष्क है। खेतों में किसानों की फसलें आसमान पर टकटकी लगाए हुए हैं। ऐसे में शहर की अनमोल धरोहर विला राउंड में भी सूखे की स्थिति के कारण हरे-भरे पेड़ मुरझा रहे हैं। हालांकि, चीड़ के दरख्त शान से लहरा भी रहे हैं, लेकिन वो सजावटी पौधे प्यासे हैं, जिन्हें रोपित किए कुछ ही समय हुआ होगा।
विला राउंड में हालांकि व्यक्तिगत कोशिश में भी कुछ लोग पानी की बोतलें भरकर लाते हैं और पौधों को सींचते हैं। इसी बीच विला राउंड में प्यासे पौधों को पर्यावरण सोसायटी के माध्यम से कुछ ऐसे मसीहा भी मिले, जो उनकी प्यास बुझाने के लिए टैंकर ही ले आए।
इस टीम में शिक्षाविद सुरेश जोशी, समाजसेवी सुनील गौड़, केएल पराशर, कृष्ण सोहल, कृष्ण गौड व देवेंद्र सिंह इत्यादि शामिल थे।
फिटनेस के लिए शुद्ध हवा में सैर करने वाले अगर रोजाना एक पानी की बोतल साथ लाएं तो कम से कम एक पौधे को सींचने की जिम्मेदारी उठा सकते हैं। खास बात ये भी है कि समूचे शहर की पेयजल आपूर्ति भी विला राउंड के एक छोर से की जाती है।
यदि जल शक्ति विभाग व नगर परिषद संयुक्त प्रयास से कोई ऐसी व्यवस्था करें तो विला राउंड की खूबसूरती में चार चांद तो लगाए ही जा सकते हैं। साथ ही प्यासे पौधों को भी नियमित तौर पर सींचा जा सकता है।