हमीरपुर, 25 मार्च : जनता के समर्थन के बाद रविन्द्र सिंह डोगरा ने पार्टी कार्यालय में अपना इस्तीफा सौंप दिया है। अब आजाद उम्मीदवार के रूप में रविन्द्र सिंह डोगरा मैदान में उतरेंगे। हालांकि अभी उनका किसी भी पार्टी में जाने का कोई विचार नहीं है।वहीं, रविन्द्र सिंह डोगरा ने कहा कि उनका पहला लक्ष्य समाज सेवा है। लोगों के काम पहले की तरह एक समाजसेवी के रूप में वह करते रहेंगे।
बता दें कि अचानक दिए इस्तीफे से शीर्ष नेतृत्व हैरान है। रोकने व कुछ समय सोचने के लिए प्रभारी ने कहा परंतु डोगरा ने इस्तीफा वापिस नहीं लिया।
बताते चलें कि 20 वर्षों से पार्टी में रह कर राष्ट्रीय संगठन में उन्होंने काम किया था। रविन्द्र सिंह डोगरा किसान, पंचायती राज व मजदूर संगठनों में राष्ट्रीय सचिव रहे तथा तीन राज्यों में चुनावों के पर्यवेक्षक तथा सह- प्रभारी के रूप में भी काम किया था।
इसके अलावा दूरदृष्टि और सकारात्मक राजनीति का प्रभाव होने के कारण शरद पवार व तारिक अनवर ने 2015 मार्च में डोगरा को हिमाचल प्रदेश का अध्यक्ष बनाया था। किसी भी राष्ट्रीय राजनीतिक दल के सबसे कम उम्र के प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र सिंह डोगरा ( 36 वर्ष) बने थे। वहीं, 8 साल तक उन्होंने हिमाचल की कमान संभाली थी। 2020 व 2021 में कोरोना योद्धा के रूप में किए गए।