सोलन, 3 मार्च : 10 फरवरी की रात शातिर लुटेरी महिलाओं ने पतियों के साथ इनोवा (HP02M-0552) की लूट को अंजाम दिया था। इस दौरान एक ने मात्र 3-4 महीने के बच्चे को गोद में लिया हुआ था, जबकि दूसरी की गोद में डेढ़ साल का बच्चा था।
अब परवाणु पुलिस ने न केवल इस लूट को बेपर्दा कर दिया है, बल्कि चार में से तीन को सलाखों के पीछे भी पहुंचाया है। पंजाब के लुधियाना से लूटी गई इनोवा को भी बरामद कर लिया गया है।
दंपत्ति आरती व जोशिल गिरफ्तार किए गए हैं। मुख्य आरोपी राजन भी दबोच लिया गया है, लेकिन उसकी शातिर पत्नी अब भी फरार चल रही है। बता दें कि इनोवा की लूट के दौरान ही पुलिस ब्लाइंड डबल मर्डर की गुत्थी सुलझाने में व्यस्त हो गई थी। गठरियों में मिली महिलाओं की लाशों के मामले को क्रैक करने के बाद पुलिस पूरी तरह से इनोवा लूट पर केंद्रित हो गई।
उसी एसआईटी को ये मामला भी सौंप दिया गया, जिसने डबल मर्डर केस को क्रैक किया था। तफ्तीश में ये साफ हुआ है कि सोलन के देऊंघाट से बुकिंग के बाद राजन ने जाबली के नजदीक कोटी में उस समय चालक देसराज का चुन्नी से गला दबा दिया, जब उसकी पत्नी ने चालक को तबीयत खराब होने का नाटक कर रूकने को कहा। यही नहीं, राजन की पत्नी ने ही चालक के सिर पर कांच की बोतल से हमला किया था।
शातिर लुटेरों ने ये समझ लिया था कि हमले में चालक की मौत हो गई है, लेकिन बिलासपुर के बरमाणा के रहने वाले चालक की जान बच गई। लूट के दौरान शातिरों ने चालक के पर्स के अलावा एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस इत्यादि भी छीन लिया था।
ऐसे खाकी पहुंची गिरेबान तक…
ये गिरोह इतना शातिर था कि वारदात को अंजाम देने के लिए 10-15 मोबाइल फोनों का इस्तेमाल करता था। अगर एक फोन से आज काॅल कर ली गई तो दोबारा इसका इस्तेमाल एक महीने से पहले नहीं किया जाता था। पुलिस को संदिग्ध मोबाइल नंबरों के जरिए ही शातिरों की लोकेशन लुधियाना, कपूरथला व जालंधर मिली, क्योंकि वो एक ठिकाने पर कुछ ही दिन रूकते थे।
लुधियाना में होने की फुल प्रूफ मिलने की जानकारी के बाद खाकी ने जाल बिछाया। एक महीने से कम वक्त में पुलिस ने कालका-शिमला हाईवे की दो संगीन वारदातों को बेपर्दा करने में बड़ी सफलता हासिल की है।
ये बोले डीएसपी….
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में परवाणु के डीएसपी योगेश रोल्टा ने पुष्टि करते हुए कहा कि चार में से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है, एक महिला फरार है। उन्होंने कहा कि ये शातिर परिवार होने का ड्रामा इस कारण करते थे, ताकि बुकिंग लेने वाले टैक्सी ड्राइवर को शक न हो। इसमें दो दंपत्ति ही असल गुनहगार पाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि पांच दिन का पुलिस रिमांड ले लिया गया है, ताकि ये पता लगाया जा सके कि इस तरह की वारदातों को पहले भी अंजाम दिया गया है या नहीं। उन्होंने माना कि एक महिला की गोद में 3-4 महीने का बच्चा था तो दूसरी लगभग डेढ़ साल के बच्चे को लेकर अपराध में शामिल थी।