शिमला, 3 मार्च: हिमाचल की राजधानी में वीरवार को पुरानी पेंशन स्कीम की बहाली का प्रदर्शन तूल पकड़ गया। उम्मीद से अधिक प्रदर्शनकारियों के जुटने से प्रशासन व पुलिस के पसीने छूट गए। पहले पुलिस की बसों व अन्य बसों को हाईवे के बीचोंबीच आडे़ तिरछे खड़ा कर दिया गया, ताकि प्रदर्शनकारी इससे आगे न बढ़ सकें।
प्रदर्शनकारियों ने इस घेरे को तोड़कर तेजी से विधानसभा परिसर की तरफ चलना शुरू किया तो माहौल काफी खींचातानी वाला हो गया। पानी की बौछारों से प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास हुआ, बावजूद इसके कई प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी विधानसभा के गेट तक पहुंच गए। अगले कदम में विधानसभा के गेट पर ताला जड़ दिया गया। हालांकि, शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज प्रदर्शनकारियों व सरकार के बीच समन्वय बनाने के लिए पहुंच गए थे, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
पहले ये खबर आई थी कि 103 टनल पर प्रदर्शनकारियों ने हाईवे को जाम किया है। लेकिन बाद में ये स्थिति भी साफ हो गई कि दरअसल बैरिकेट के जरिए प्रदर्शनकारियों को यहीं रोकने की योजना थी।
अंतिम समाचार के मुताबिक स्थिति तनावपूर्ण है। उधर, कर्मचारियों व पुलिस के बीच हल्की नोंकझोंक होने की भी सूचना मिल रही है। उल्लेखनीय है कि आज शाम ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता भी करनी है।
बुधवार को मुख्य सचिव की अगुवाई में सरकार ने पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर कमेटी गठित करने का भी स्ट्रोक खेला था, लेकिन ये कर्मचारियों पर बेअसर ही नजर आया।