रोनहाट, 11 जनवरी : राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर शिलाई-मीनस सड़क मार्ग के बीच में श्रीक्यारी नामक स्थान के समीप भारी भूस्खलन के कारण शाम साढ़े चार बजे से लेकर वाहनों की आवाजाही के बंद रहा। लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण सड़क पर गिरी चट्टानों और मलबे को हटाने का काम करना भी किसी बड़े जोखिम से कम नहीं था।
इस दौरान क़रीब 3 घंटो से सड़क खुलने के इंतज़ार में खड़े कुछ निजी वाहन वालों ने जोखिम उठाकर सड़क को पार कर लिया। मगर अधिकांश छोटे वाहन, सरकारी और निजी बसों के चालकों ने जिम्मेदारी का परिचय देते हुए बसों को आगे बढ़ाने से मना करके वापस मोड़ लिया।
मामले की जानकारी मिलते ही शिलाई के एसडीएम सुरेश कुमार सिंघा भी मौके पर पहुंचे। इस दौरान भी भूस्खलन वाले स्थान से पत्थर और मलबा गिरने का सिलसिला लगातार जारी था। अंधेरा होने के चलते एसडीएम द्वारा टौर्च का सहारा लेकर भूस्खलन वाले स्थान का मुआयना किया गया। जिसके बाद जेसीबी द्वारा सड़क पर गिरे मलबे को साफ करवाया गया। आने-जाने वाले सभी वाहनों को एसडीएम और शिलाई पुलिस थाना की टीम द्वारा अपनी देख-रेख में भूस्खलन वाले स्थान से गुज़ारा गया।
इस दौरान एसडीएम शिलाई सुरेश कुमार सिंघा का मानवीय चेहरा तब सामने आया, जब सभी वाहनों के निकलने के बाद भी कुछ लोग सड़क किनारे ठंड से ठिठुरते हुए बैठे थे। उनमें कुछ पुरुष और कुछ छोटे बच्चे को गोद में उठाए महिलाएं भी शामिल थी। ये सभी उन बसों की सवारियां थी जो उन्हें छोड़ कर जोखिम न उठाने की बात कहकर वापस लौट गई थी।
ऐसे में एसडीएम द्वारा टेक्सी और अन्य वाहनों के माध्यम से ठंड में ठिठुरती हुई छोटे बच्चों को गोद में उठाए हुए महिलाओं और अन्य लोगों को अपनी देख-रेख में उनके गंतव्य स्थल तक पहुंचाया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भूस्खलन वाले स्थान पर फंसे आख़िरी व्यक्ति को वहां से निकालने के बाद ही देर रात एसडीएम वापस अपने सरकारी आवास की तरफ़ लौट गए। आपको बताते चले की आज 11 जनवरी को शिलाई तहसील में माघी का त्योहार होने के चलते जिला प्रशासन द्वारा लोकल हॉलिडे (स्थानीय अवकाश) घोषित किया गया है। ऐसे में छुट्टी वाले दिन भी देर रात तक लोगों की सेवा में डटे एसडीएम सुरेश कुमार सिंघा की क्षेत्र में भारी प्रशंसा हो रही है।