पांवटा साहिब, 18 दिसंबर : खनन माफिया सुधरेगा नहीं तो पुलिस भी मानने को तैयार नहीं। कोहरे के बीच शनिवार तड़के खनन माफिया के मंसूबों पर पानी फेरने को लेकर पुलिस ने डीएसपी वीर बहादुर के नेतृत्व में बांगरण पुल के नीचे रेड की। बता दें कि अवैध खनन के खिलाफ पुलिस कार्रवाई का ये चौथा दिन था। डीएसपी की टीम ने पुरुवाला थाना के प्रभारी विजय रघुवंशी, कांस्टेबल दिनेश, एलएचसी कर्म सिंह व एचएचजी कश्मीर सिंह शामिल थे।
गिरी नदी के बांगरण पुल के नीचे अवैध खननकारी शायद ये सोच बैठे थे कि गहरे कोहरे व ठंड में कहां कोई पुलिस रेड करेगी, लेकिन खाकी ने इस सोच पर पानी फेर दिया। बांगरण पुल के नीचे 6 ट्रैक्टर भवन सामग्री को बगैर एम फार्म के भरते पाए गए। इसके अलावा मुख्य सड़क पर भी एक ट्रैक्टर को दबोच लिया गया। जांच में पुलिस ने पाया कि अधिकतर वो ट्रैक्टर अवैध खनन में जुटे हुए हैं, जिन्हें कृषि के इस्तेमाल के लिए खरीदा गया था। साथ ही पुलिस ने पाया कि गिरि के रिवर बैड में खनन लीज को लेकर भी उचित व्यवस्था नहीं है। बुर्जियां भी नहीं लगी हैं, जिससे ये पता चल सके कि खनन लीज पर दिए गए पट्टे में हो रहा है या नहीं।
ये भी पाया गया कि खनन माफिया द्वारा लीगल माइनिंग की आड़ में भी सरकार के राजस्व को चूना लगाया जा रहा है। ट्रैक्टरों में एक एम फार्म पर 11 टन तक माल हो सकता है, लेकिन यहां 15 टन तक के माल की ढुलाई की जा रही है, यानि 4 टन के राजस्व का गोलमाल हो रहा है। इलाके में लगाए गए क्रैशर की भी सरकार के खजाने को चपत लगाने में भूमिका है। ये भी जानकारी सामने आ रही है कि लीज पर दिए गए पट्टों में भी अवैज्ञानिक तरीके से गिरि व यमुना नदियों का सीना छलनी किया जा रहा है।
उधर, एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में डीएसपी वीर बहादुर ने कहा कि सुबह साढ़े 6 बजे के आसपास कार्रवाई शुरू की गई थी। उन्होंने कहा कि दो आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। तीन ट्रैक्टरों से 29 हजार का जुर्माना वसूला जा चुका है। 20 से अधिक ट्रैक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। उल्लेखनीय है कि वीरवार को उत्तराखंड व हिमाचल को जोड़ने वाले यमुना पुल के नीचे ड्रोन कैमरे की नजर में पुलिस ने खनन माफिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी।