घुमारवीं, 10 नवंबर : वन विभाग की भराड़ी रेंज में तेंदुए की चहलकदमी तेज हो गई है। शाम होते ही जंगल के रास्तों पर इसे देखा जा रहा है। भराड़ी वन रेंज के अंतर्गत पड़ने वाले जंगल डोहरू मरयाणी, पडयाग व चोखणा धार के जंगलों में कुछ दिनों से तेंदुए ने डेरा जमा लिया है इस कारण स्थानीय लोगों की परेशानी बढ़ गई है। लोगों का खेतों में काम करने जाना भी मुश्किल हो गया है।
कुछ युवकों ने बताया कि जब वे अपनी कार में डंगार से अपने गांव के लिए शाम के समय आ रहे थे तो यह तेंदुआ दो सौ मीटर तक गाड़ी का पीछा करता रहा। इसके बाद वो जंगल में चला गया। अब इस तेंदुए की चहलकदमी दिन- प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। गौरतलब है कि इस जंगल में पांच साल पहले भी एक तेंदुए ने एक व्यक्ति को अपना शिकार बना लिया था। जिसे मारने के लिए शार्प शूटर्स बुलाये गए थे। इसके बाद तेंदुए को मार गिराया गया था।
दावा किया गया था कि इससे पहले हिमाचल में इतना लंबा तेंदुआ नहीं मिला था। दावा ये भी किया गया था कि दुनिया का सबसे बड़ा आदमखोर तेंदुआ हिमाचल में मारा गया है। कई लोगों और जानवरों को शिकार बना चुका यह तेंदुआ अब तक का सबसे बड़ा तेंदुआ बताया गया था। इसे बिलासपुर के दधोल में मारा गया था। जंगल के साथ डंगार, दधोल ,पडयालग, कसारू बदाधाट पंचायतों की घनी आबादी लगती है। पडयालग पंचायत प्रधान राजेश कुमार ने बताया कि तेंदुए की चहलकदमी के कारण लोग डरे हुए हैं। वन विभाग को इस बारे में अवगत करवाया गया है। तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया जाना चाहिए। ताकि कोई अप्रिय घटना ना हो।