कुल्लू, 08 नवंबर : हिमाचल प्रदेश देव भूमि कुल्लू में अल्टीमेट फाइटिंग लीग की दसवीं स्पर्धा में सात देशों के तकरीबन 20 महिला व पुरुष फाईटर बैटल ऑफ वॉरियर्स फाइटिंग में भाग लेंगें।
हिमाचल प्रदेश के लिए यह दूसरा अवसर होगा जब प्रदेश व देश के लोगों को दूनिया के मिक्स मार्शल आर्ट के पेशेवर लड़ाकू ऐतिहासिक मैदान ढालपूर में रिंग में उतरेंगें। इससे पहले इस इवेंट का आयोजन प्रदेश के रामपुर में 15 दिसंबर 2019 को किया गया था जहां पर प्रदेश के युवाओं ने इस आयोजन का मजा लिया और स्पोर्ट्स की तरफ उनका रुझान हुआ।
हालांकि इस इवेंट का आयोजन 11 अप्रैल 2020 को कुल्लू में तय हुआ था मगर कोविड के चलते इस प्रतियोगिता को स्थगित कर दिया गया था। रविवार को नग्गर के बढ़ागढ़ रिजॉर्ट एंड स्पा में हिमाचल यूएफएल के चेयरमैन नकुल खुल्लर ने पत्रकार वार्ता में में बताया कि मिक्स मार्शल आर्ट फाइटिंग को करवाने का उद्देश्य युवाओं को खेलों के प्रति आकर्षित करना है ताकि वह बढ़ते नशे जैसी बुराई को अपनाने की बजाय अपनी शक्ति को स्पोर्ट्स में लगाएं ताकि वह अपने जीवन को एक सही दिशा की ओर ले जा सके।
उन्होंने कहा कि देवभूमि कुल्लू में 5 दिसंबर को होने वाली इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में सात देशों के पेशेवर फाईटर इस आयोजन का हिस्सा बनेंगे जो देश व हिमाचल के युवाओं को खेलों की ओर ले जाने में अहम भूमिका निभायेंगें।
हिमाचल अल्टीमेट फाइटिंग लीग के सीएमडी मास्टर भूपेश ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के फाइटर दि ग्रेट खली ने जिस तरह से दुनिया में पेशेवर लड़ाकृू के रूप में हिमाचल व भारत वर्ष का मान बढ़ाया है वह चाहते हैं कि हिमाचल प्रदेश का युवा भी खेलों के प्रति जागरूक हो और प्रदेश व भारत देश का नाम रोशन करें। उन्होंने कहा कि मिक्स मार्शल आर्ट जैसी स्पर्धाओं का आयोजन प्रदेश व देश के युवाओं को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करता है ताकि युवा पीढ़ी नशे की लत से बचें और खेलों की ओर अपना ध्यान देकर वह भी कल के भारत के बड़े खिलाड़ी बनें।