कुल्लू, 08 नवंबर : लाहौल क्षेत्र अब सर्दियों के दौरान अंधेरे में नहीं रहेगा। घाटी के लिए अटल टनल के भीतर से एक्सएलपी केबल बिछाकर बिजली की सप्लाई शुरू कर दी गई है। घाटी में बिजली उपलब्ध करवाने के लिए बिजली बोर्ड और बीआरओ ने टनल के भीतर से ही 33 केवी की एक्सएलपीइ केबल बिछाकर बिजली उपलब्ध करवाई है, जबकि इससे पहले घाटी के लिए बिजली रोहतांग पास होते हुए ट्रांसमिशन लाईन के माध्यम से दी गई है।
सर्दियों के मौसम में अधिक बर्फबारी होने के कारण दर्रा के आसपास बिजली की तारें और पोल टूट जाते थे, जिस कारण घाटी सर्दियों में अक्सर अंधेरा पसर जाता था। लेकिन अब टनल के रास्ते केबल के माध्यम से बिजली की सप्लाई शुरू होने से सर्दियों में बिजली गुल होने की परेशानी नहीं आएगी। रविवार को घाटी के लिए बिजली बोर्ड ने बिजली की सप्लाई सुचारू रूप से शुरू कर दी है। अटल-टनल के रास्ते बिजली बोर्ड ने लाहौल के लिए बिजली की सप्लाई कुछ इस तरह दी है जिसमें अब रोहतांग सुरंग के माध्यम से 33 केवी एक्सएलपीइ केबल बिछाकर लाहौल घाटी के लिए एक वैकल्पिक और विश्वसनीय 33केवी ग्रिड कनेक्टिविटी प्रदान की है। इसका काम पूरा हो चुका है।
बिजली बोर्ड के एसई संजय कौशल ने बताया कि रविवार को लाहौल के लिए टनल के माध्यम से बिजली की सप्लाई सुचारू रूप से शुरू कर दी गई है। इसके लिए एचपीएसईबीएल, बीआरओ और ठेकेदारों के इंजीनियरों की संयुक्त टीम ने पिछले 15 दिनों से परीक्षण किया। संयुक्त टीम की कड़ी मेहनत के कारण यह कार्य 7 नवम्बर, 2011 को पूरा हो गया है और 2 बजकर 15 मिनट पर लाहौल घाटी का सारा बिजली भार टनल होकर शुरू कर दिया गया है।
बिजली बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार लाइन का कार्य पूरा होने के बाद लगातार एचपीएसईबीएल, बीआरओ और ठेकेदारों के इंजीनियरों की संयुक्त टीम ने पिछले 15 दिनों से निरंतर 2 से 4 बार तक लगातार इसका परीक्षण किया है।