शिमला, 07 नवंबर : मोबाइल टावर लगाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करने वाला एक शातिर ठग शिमला पुलिस के हत्थे चढ़ा है। पुलिस ने आरोपी को कोलकाता से गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान पंकज दास (29) पुत्र कुशेश्वर दास निवासी प्रगति मैदान कोलकाता के रूप में हुई है।
पुलिस ने साइबर सेल के सहयोग से आरोपी को काबू किया है। पकड़े गए आरोपी ने मोबाइल टावर के नाम पर एडीसी शिमला में तैनात चौकीदार जगत राम को 12 लाख की ठगी का शिकार बनाया था। पीड़ित जगत राम जिला बिलासपुर के सुई सोराधार का मूल निवासी है।
पुलिस अब ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी के अन्य साथियों की धरपकड़ की कोशिश कर रही है। दरअसल पीड़ित पंकज दास ने बीते 20 अगस्त को थाना सदर में प्राथमिकी दर्ज करवाई थी कि एक निजी कंपनी की तरफ से कॉल आई, जिसमें उसे पेशकश की गई कि अपनी जमीन पर कंपनी का मोबाइल टावर लगाने पर कंपनी उसे 25 लाख रुपए देगी। शिकायतकर्ता के अनुसार फोन करने वाले अज्ञात लोगों ने खुद को कंपनी का कर्मचारी बताया और वह उनकी बातों में आ गया।
उन्होंने पुलिस को बताया कि कंपनी के कर्मचारी होने का दावा करने वाले अलग-अलग व्यक्ति लगातार उसे फोन करते रहे और उन्होंने टावर लगाने की औपचारिकताएं पूरी करने के लिए आवश्यक दस्तावेज मांगे। दस्तावेज भेजने के बाद आरोपियों ने बताया कि उसके सभी दस्तावेज ठीक हैं। टावर लगाने की रजिस्ट्रेशन फीस उनके खाते में जमा करवा दें।
इसके बाद आरोपियों ने टैक्स, जीएसटी, बीमा व अन्य औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए रुपए जमा करवाने को कहा। इस पूरी प्रक्रिया में वह करीब 12 लाख रुपए आरोपियों के खाते में जमा करवा चुका है, लेकिन फिर भी मोबाइल टावर नहीं लगा। इसके बाद आरोपियों के मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ हो गए।