शिमला, 17 अक्टूबर : समय पर पेंशन न मिलने व लंबित वित्तीय देनदारियों को लेकर प्रदेश भर के एचआरटीसी पेंशनर्स ने सतारूढ़ भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पेंशनर्स 22 अक्टूबर को मंडी में गरजेंगे और प्रदेश की कथित पेंशन विरोधी नितियों को प्रदेश की जनता के समक्ष रखेंगे।
रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए हिमाचल पथ परिवहन पेंशनर्स कल्याण संगठन के अध्यक्ष सत्य प्रकाश शर्मा ने बताया कि एचआरटीसी के हजारों पेंशन तीन माह से अपनी मागों को लेकर सघंर्ष कर रहे हैं, लेकिन प्रदेश सरकार पेंशनरों के प्रति संवेदनशील नहीं है।
उन्होंने कहा कि यदि सरकार पेंशनरों की मांगें नहीं मानती है और समय पर पूरा नहीं करती है तो उपचुनावों में भाजपा सरकार को विरोध का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि पेंशनर्स और उनके परिवार सदस्य एंटी वोट भी कर सकते हैं और नोटा भी उनके पास एक विकल्प है।
उन्होंने कहा कि जुलाई माह में निगम मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर पेंशनरों ने अपनी मांगों को रखा और पेंशनरों के 300 करोड़ रुपए के वितीय लाभो को जारी करने की मांग की। इसके बाद विधानसभा सत्र के दौरान विधान सभा का घेरवा किया। जिसमें मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उन्हें मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया था। लेकिन आश्वासनों के बाद भी पेंशनरों की मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है और न ही समय पर पेंशन दी जा रही है।