शिमला, 17 अक्टूबर : हिमाचल की लाइफ लाइन कही जाने वाली एचआरटीसी बस के कर्मचारी सोमवार को हड़ताल पर नहीं जाएंगे। अपनी विभिन्न लंबित मांगों को लेकर एक दिवसीय हड़ताल का ऐलान कर चुके एचआरटीसी कर्मचारी समन्वय समिति ने सोमवार को बस सेवा जारी रखने का निर्णय लिया है।
रविवार देर शाम मांगे पूरी करने को लेकर मुख्यमंत्री से मिले आश्वासन और अतिरिक्त मुख्य सचिव परिवहन जेसी शर्मा के साथ टेलीफोनिक बातचीत में इसकी पुष्टि होने के बाद एचआरटीसी कर्मचारी समन्वय समिति ने प्रस्तावित एक दिवसीय हड़ताल को स्थगित कर दिया है। इससे प्रदेश के लोगों को बड़ी राहत मिली है।
दरअसल प्रदेश भर में एचआरटीसी की बसों का बेड़ा 3 हज़ार के करीब है औऱ लंबी से स्थानीय रूटों पर परिवहन का ये मुख्य जरिया है। सूबे में कई ग्रामीण रूटों पर सिर्फ एचआरटीसी की ही बस सेवा उपलब्ध है।
इसके अलावा दिल्ली और चंडीगढ़ सहितअंतरराज्यीय रूटों पर भी एचआरटीसी की बसें ही दौड़ती हैं और रोजाना बड़ी संख्या में यात्री बसों में सफर कर अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं। फेस्टिवल सीजन के बीच एचआरटीसी बसों की हड़ताल टलना लोगों के लिए बड़ी राहत है।
हिमाचल पथ परिवहन संयुक्त समन्वय समिति (जेसीसी) के सचिव खेमेन्द्र गुप्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री की तरफ से मांगें पूरी करने को लेकर आश्वासन मिला है और इस सम्बंध में अतिरिक्त मुख्य सचिव परिवहन उनके साथ बैठक करेंगे। ऐसे में सरकार के सकारात्मक रुख को देखते हुए हमने सोमवार की प्रस्तावित हड़ताल को स्थगित कर दिया है तथा सभी रूटों पर एचआरटीसी बसें रोजाना की तरह चलेंगी।
उल्लेखनीय है कि एचआरटीसी कर्मचारी पिछले कई महीनों से निगम से वित्तीय लाभ देने की मांग रहे हैं। एचआरटीसी कर्मियों का जनवरी 2016 से 13 प्रतिशत आईआर, डीए जनवरी 2019 से 4 प्रतिशत, 5 प्रतिशत जुलाई 2019 से और 6 प्रतिशत जुलाई 2021 से, कुल डीए 15 प्रतिशत, 35 महीनों का नाईट ओवर टाईम, पेंशन ग्रेच्युटी, कम्यूटेशन, लीव इनकैशमेंट, जीपीएफ, मेडिकल रिमवर्समेंट कई प्रकार के एरियर आदि कर्मचारियों के लगभग 582 करोड़ रूपए के लम्बित वित्तीय भुगतान देय है।