शिमला, 24 सितंबर : कहते हैं, बार-बार सटीक लक्ष्य भेदने की कोशिश रंग ले ही आती है। ऐसा ही हमीरपुर के नादौन के गलोड़ गांव के रहने वाले अभिषेक धीमान (27) ने साबित कर दिखाया है। एक लड़का जिसका चयन सबसे पहले पैतृक प्रदेश में एक्साइज इंस्पेक्टर के लिए हुआ है। वो तब भी बेहतर करने की कोशिश में जुटा रहा। इसके बाद दूसरी कामयाबी तब मिलती है, जब चयन खंड विकास अधिकारी के पद पर हो जाता है, मगर कोशिश को फिर भी बरकरार रखा जाता है। इसके बाद वह हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा के लिए चयनित हो जाता है, मगर दिल में यह बात रहती है कि बचपन में आईपीएस अधिकारी (IPS officers) बनने का सपना देखा था, जो पूरा नहीं हो रहा है। लिहाजा वह यूपीएससी के परीक्षा को भेदने का लक्ष्य बरकरार रखता है।
आखिर में शुक्रवार की शाम 7:00 बजे के आसपास जब वह HIPA में बतौर एचएस अधिकारी ट्रेनी के रूप में मौजूद होता है, तो खबर मिलती है कि यूपीएससी का नतीजा जारी हो गया है। इसमें उसे देश भर में 374 वां रैंक हासिल हुआ है।
जी हां, यह सफलता एक्साइज इंस्पेक्टर से आईपीएस बनने वाले अभिषेक की है। इस कामयाबी के बाद एमबीएम न्यूज नेटवर्क से अभिषेक ने फोन पर लंबी बातचीत की। इस दौरान उनके चेहरे पर तैर रही खुशी का अंदाजा लगाया जा सकता था। तमिलनाडु के वलोर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने वाले अभिषेक धीमान ने बताया कि उनकी माता इंदिरा देवी लेक्चरर के पद पर कार्यरत हैं, जबकि पिता रूपचंद कौंडल एसडीओ के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। बहन की शादी हो चुकी है। जीजा जी प्रोफेसर के पद पर तैनात हैं। एक अहम बात में अभिषेक धीमान ने खुलासा किया कि उन्होंने कोई कोचिंग नहीं ली और न ही कोई विशेष सामग्री हासिल की थी।
यूपीएससी के साक्षात्कार के बारे में पूछे गए सवाल पर अभिषेक ने कहा कि चूंकि वो बीडीओ रह चुके थे, लिहाजा इससे जुड़े कई सवाल पूछे गए। हिमाचल के बारे में यह पूछा गया था कि राज्य में इतने लैंडस्लाइड क्यों हो रहे हैं, इसके लिए क्या किया जा सकता है। अभिषेक ने कहा कि इन सवालों को लेकर उन्होंने अपनी सोच के मुताबिक जवाब दिए। भूस्खलन रोकने के लिए सरकार काफी प्रभावी कदम उठा रही है।
युवाओं को लेकर पूछे गए सवाल पर अपने संदेश में अभिषेक ने कहा कि शिद्दत से कोशिश करते रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि वह भी तीसरे प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा को क्रैक करने में सफल हुए हैं। उन्होंने अपने माता-पिता व शिक्षकों के इलावा HIPA (Himachal Pradesh Institute of Public Administration) के स्टाफ का भी शुक्रिया किया। उन्होंने कहा कि सब लोगों ने हमेशा हर कदम पर हौसला अफजाई की है, इसी कारण वो सफल हो पाए हैं। अभिषेक ने बताया कि हमेशा ऑनलाइन पढ़ाई में ही विश्वास किया है।
उधर हिमाचल प्रदेश इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की संयुक्त निदेशक ज्योति राणा ने भी अभिषेक को इस सफलता पर बधाई दी है। बता दे कि देर शाम यूपीएससी ने सिविल सर्विसेज 2020 का रिजल्ट जारी हुआ है। परीक्षा में 761 उम्मीदवार पास हुए हैं।