चंबा, 24 सितंबर : जिला के उपमंडल चुराह क्षेत्र में दुनिया के जहरीले सांप (venomous snake) की प्रजाति (Species) पाई गई है। सबसे जहरीले सांपों में से एक सेंट्रल एशिया कोबरा (Central Asia Cobra) है। 2018 में भंजराड़ू में यह सांप मिला था। हाल ही में तीसा से इसे रेस्क्यू (Rescue) किया गया। इन सांपों पर शोध भी शुरू (research) हो चुका है, लेकिन अब तक इसके लिए कोई एंटी वेनम (Anti Venom) उपलब्ध नहीं है। थाईलैंड से लाई गई एंटी वेनम भी इस सांप पर बेअसर साबित हुई है और इस सांप के काटने से कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। यह चिंताजनक है।
सेंट्रल एशिया कोबरा “किग कोबरा” (King Cobra) की ही एक प्रजाति है। किंग कोबरा दुनिया का सबसे लंबा जहरीला सांप माना जाता है। जो दक्षिण-पूर्व एशिया (Southeast Asia) के बड़े हिस्से का मूल निवासी है। भारत में किंग कोबरा मुख्य रूप से पश्चिमी घाटी क्षेत्र के साथ-साथ असम, बंगाल, ओडिशा और तराई क्षेत्रों में पाया जाता है। लेकिन सैंट्रल एशियन कोबरा मौजूदा समय में सिर्फ थाइलैंड में ही पाया जाता है। अब चम्बा में भी यह सांप पाया गया है। इस सांप की मौजूदगी भारत समेत दुनिया भर के शोधकर्त्ताओं (researchers) के लिए शोध के नए अवसर पैदा कर सकती है। इस सांप के जहर का तोड़ अभी तक पूरे विश्व में नहीं निकला है।
हिमाचल में यह सांप सिर्फ चम्बा जिले में जीवित है। भारत में पाए जाने वाले 70 से 80 फीसद सांप जहरीले नहीं होते, लेकिन इलाज में लापरवाही से स्नैक बाइट (Snake Bite) का शिकार हुए लोगों की जान पर बन आती है। स्वास्थ्य विभाग के एमओएच डा. जालम भारद्वाज ने बताया कि अस्पताल पहुंचने वाले मरीज का यह पता लगाना कठिन है कि उसे किस प्रजाति के सांप ने काटा है, लेकिन जब भी सांप डंस ले तो तुरंत चिकित्सा परामर्श लें।
वन विभाग के डी.एफ.ओ. कुलदीप जम्वाल ने बताया कि तीसा क्षेत्र में एशिया सैंट्रल कोबरा होने की संभावना है। वाइल्ड लाइफ विभाग के डीएफओ राजीव कुमार ने बताया कि अभी तक उनके ध्यान में ऐसा नहीं आया है। इस संबंध में पता लगाया जाएगा।
कैसे मिला यह दुर्लभ सांप… यूके स्थित बांगोरा यूनिवर्सिटी (Bangora University) की डा. अनीता मल्होत्रा की अध्यक्षता में सांपों पर रिसर्च चल रही है। अनीता मल्होत्रा चम्बा जिला की निवासी है। 2018 में वह टीम समेत हिमाचल आई थी। इस दौरान चम्बा के भंजराड़ू में टीम ने सेंट्रल एशिया कोबरा रेस्क्यू किया था। वहीं कुल्लू में कोरल सांप पाया गया था। इसके बाद लगातार इस सांप पर शोध जारी है। अनीता मल्होत्रा का कहना है कि सेंट्रल एशियन किंग कोबरा प्रजाति विलुप्त होने की कगार पर है। इन्हें बचाने की जरूरत है।
दूसरी बार फिर तीसा में मिला… वाइल्ड लाइफ से मान्यता प्राप्त रेस्क्यू सैम जॉय ने बताया कि तीसा में एक व्यक्ति के घर में सांप निकला था और उन्हें उसे रेस्क्यू करने के लिए बुलाया गया। उन्होंने सांप को रेस्क्यू किया और सांपों पर रिसर्च कर रही टीम को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह वही सेंट्रल एशिया कोबरा है। उन्होंने बताया कि दुनिया के सबसे दुर्लभ और बहुत कम दिखने वाले सांप को तीसा में रेस्क्यू किया है। इसे रेस्क्यू करने के बाद जंगल में छोड़ दिया है। इससे पहले भी सिर्फ 1 बार इस सांप को चंबा के तीसा में देखा गया है।