मंडी, 14 सितंबर : खोजी कुत्तों (Dog Squad), एफएसएल (FSL) व साइबर विशेषज्ञों के साथ सीआईडी (क्राइम) की टीम जोगिंदर नगर पहुंच गई है। हालांकि, मंडी पुलिस की जांच भी सही दिशा में चल रही थी, लेकिन बीच में ही प्रदर्शन (Protest) शुरू हो गए। लिहाजा, डैमेज कंट्रोल (Damage Control) करने के मकसद से तुरंत ही पुलिस महानिदेशक (DGP) ने एसआईटी (SIT) के गठन का ऐलान सोमवार को कर दिया था। अब ये पता लगाना है कि ज्योति की हत्या हुई है या फिर उसने पेड़ पर फंदा लगाकर आत्महत्या (Suicide) की है। इन दो पहलुओं में ही पेंच अड़ा हुआ है।
हालांकि, स्थानीय पुलिस द्वारा आत्महत्या के उकसाने (abutment to suicide) का मामला दर्ज कर लिया गया था, लेकिन पुलिस ने यही बात दोहराई थी कि सबूत मिलने की स्थिति में हत्या की धारा लगाई जा सकती है। एसआईटी बुधवार से ज्योति की संदिग्ध मौत (suspicious death) के मामले में जांच शुरू करेगी। इस दौरान घटनास्थल का जायजा भी लिया जा सकता है। एक बड़ा सवाल यही सामने है कि अगर ज्योति ने आत्महत्या की थी तो वो ऐसी जगह कैसे पहुंच गई, जहां किसी का भी पहुंचना आसान नहीं था।
बता दें कि एसपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में डीजीपी (DGP) संजय कुंडू ने एसआईटी (SIT) का गठन किया है। उल्लेखनीय है कि ज्योति 9 अगस्त 2021 को लापता हुई थी। इसके बाद 7 सितंबर को उसका शव मकोड़ा के जंगल में बरामद हुआ था। जंगल में जंगली अनार के बीज एकत्रित करने गए व्यक्ति ने ही सबसे पहले क्षत-विक्षिप्त (deranged) शव को देखा था। परिवार ने ज्योति के कपड़े व चप्पल से शव की शिनाख्त (identification) की थी। इसके बाद ज्योति के पति शिव कुमार को गिरफ्तार (Arrest) कर लिया गया था।