शिमला, 30 अगस्त : हाथों की लकीरों पर मत जा ए ग़ालिब, बस हौंसले बुलंद रख, नसीब उनके भी होते है जिनके हाथ नही होते” यह चंद लाइनें ऊना के निषाद कुमार पर सटीक बैठती है। 4 साल की उम्र में एक हाथ खो दिया था, लेकिन हौंसले इतने बुलंद थे कि एक बार भी कदम नही लड़खड़ाए। मां को यह चिंता सताने लगी कि अब बेटा क्या करेगा। लेकिन इस बात का अंदाजा शायद उन्हें भी नहीं था कि एक दिन बेटा विश्व स्तर न केवल उनका नाम रोशन करेगा, बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित करेगा।
टोक्यो पैरालंपिक गेम्स में निषाद कुमार ने भारत का दूसरा मैडल दिलाया है। निषाद कुमार ने टी47 कैटेगरी में 2.06 मीटर हाई जंप लगाकर सिल्वर मैडल पर कब्ज़ा किया। निषाद कुमार हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के उपमंडल अंब के छोटे से गांव बदाऊं के रहने वाले है। निषाद की शिक्षा की बात की जाए, तो सरस्वती विद्या मंदिर कटोहड़ खुर्द में दसवीं तक की पढ़ाई पूरी की। वहीं सरकारी स्कूल में जमा दो की पढ़ाई की।
निषाद एक मिडल क्लास परिवार से संबंध रखता है। निषाद कुमार के पिता रशपाल राजमिस्त्री का काम करते हैं, जबकि माता पुष्पा देवी गृहिणी है। एक बड़ी बहन रमा देवी है, जिन्होंने बी-कॉम की शिक्षा प्राप्त की है।
एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क से बातचीत में निषाद कुमार की बड़ी बहन ने बताया कि निषाद को बचपन से ही खेलों में रुचि थी। निषाद जब चौथी कक्षा में थे, तब से ही हाई जंप को लेकर प्रैक्टिस शुरू कर दी थी। लेकिन इसी दौरान एक हादसे में लकड़ी कटाने वाली मशीन से उसका हाथ कट गया था। इसके बाद परिवार को बेटे की चिंता होने लगी। मां को अंदर ही अंदर यह बात सता रही थी कि अब बेटा क्या करेगा। लेकिन निषाद असर नही पड़ा। हालांकि एक हाथ चला गया था, लेकिन हौंसले फिर भी बुलंद थे। निषाद ने हार नहीं मानी और लगातार हाई जम्प का अभ्यास करते रहे।
परिवार ने भी बेटे के हौसलों को नहीं टूटने दिया और उसे स्पोर्ट करते रहे। जिसका परिणाम आज बेटा हाई जम्प में ओलंपिक से सिल्वर में मेडल जीत लाया है। जब बेटे को मैडल मिला तो माता पिता की आँखों में ख़ुशी के आंसू छलक गए। माँ ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उन्हें बेटे की मेहनत पर पूरा विश्वास था। वहीं पिता को आस थी कि बेटा गोल्ड जीतकर लाएगा। निषाद ने इसी साल दुबई में हुई फाजा विश्व पैरा एथलेटिक्स ग्रां प्री में हाई जंप टी-47 कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता था।
बता दें कि निषाद को हिमाचल सरकार ने टोक्यो पैरालंपिक-2020 में सिल्वर मेडल जीतने पर पुरस्कार के तौर एक करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। पीएम सहित देश की कई हस्तियों ने निषाद को इस मैडल के लिए बधाई दी।