शिमला, 13 अगस्त : हिमाचल विधानसभा का मानसून सत्र शुक्रवार को 10 बैठकों के बाद अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। विपक्ष ने आखिरी दिन की कार्यवाही का बहिष्कार किया। विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने सत्र को अनिश्चिकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा की और कहा कि इस सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण चर्चाएं हुई, जिनके दूरगामी परिणाम होंगे। इस दौरान 46 घंटे 11 मिनट विधानसभा की कार्यवाही चली।
परमार ने कहा कि सत्र के दौरान 402 तारांकित और 184 अतारांकित प्रश्न पूछे गए और सरकार ने उत्तर उपलब्ध करवाए। नियम 46 के तहत एक प्रस्ताव प्रस्तुत हुआ। नियम 61 में 3 प्रस्ताव लगे, निगम 62 में 13 प्रस्ताव और नियम 130 में 5 प्रस्तावों पर चर्चा हुई। इसके अलावा नियम 101 के तहत 4 गैर सरकारी संकल्प प्रस्तुत हुए। इनमें से एक संकल्प सदन ने पारित किया और आगामी कार्यवाही को भेजा गया। सदन में दो विधेयक पेश किए और इनमें से एक पास किया और एक सिलेक्ट कमेटी को भेजा गया। विपिन सिंह परमार ने मानसून सत्र के दौरान सहयोग के लिए सदस्यों का आभार जताया।
सदन के नेता एवं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सत्र की समाप्ति के मौके पर विपक्षी दल कांग्रेस पर जबरदस्त राजनीतिक हमले बोले। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि खबर की भूख में कांग्रेस का मानसिक रूप से दिवालिया निकल गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष का सत्तापक्ष के खिलाफ नारे लगाना तो समझ आता है, लेकिन आसन के खिलाफ नारे लगाना सरासर गलत है और आसन के अनादर की कतई इजाजत नहीं दी जा सकी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से कांग्रेस ने सत्र के आखिरी दिन विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ उन्हें हटाने के लिए नोटिस दिया, उससे आसन को ठेस पहुंची है और इस तरह का व्यवहार कतई स्वीकार्य नहीं है।