नाहन/रोनहाट 26 जुलाई : नाहन-चौपाल मार्ग पर हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) की बस अपने सफर पर थी। सुबह करीब साढ़े 8 बजे सतौन के नजदीक निगम के कंडक्टर अनिल शर्मा ने अचानक ही जोर से सीटी बजानी शुरू कर दी। पल भर में ही कुछ गड़बड़ समझ कर सावधानी से ड्राइवर खजान सिंह ने ब्रेक लगा दी। पल भर में ही माजरा समझ कर बस में बैक गियर (Back Gear) लगा दिया।
बस बैक गियर में करीब 15 से 20 मीटर दूर ही पहुंची होगी कि सामने से दो विशालकाय वृक्ष (giant tree) उखड़कर हाईवे पर आ गिरे। हादसे के वक्त बस में 40 सवारियां (Passengers) मौजूद थी। अफरा-तफरी (chaos) का माहौल मच गया। करीब आधा घंटा यातायात (Traffic) भी बाधित हुआ। पेड़ों को एक किनारे कर ट्रैफिक की आवाजाही शुरू की गई।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में निगम के चालक अनिल शर्मा ने बताया कि वो कंडक्टर साइड ही बैठा हुआ था। पहाड़ी की तरफ से हल्का-हल्का मलबा (debris) गिर रहा था। अचानक ही उसने देखा कि विशालकाय पेड़ हाईवे (Highway) की तरफ गिरने वाले हैं। तुरंत ही जोर से सीटी बजाकर चालक को आगाह किया। कुछ सैकेंड में चालक ने बस में गियर डालकर इसे सुरक्षित जगह (Safe Side) पहुंचा दिया। सामने-सामने ही दो पेड़ गिर चुके थे। यातायात बहाल होने के बाद वो अपने गंतव्य पर निकल गए।
मौके से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है। इसमें साफ तौर पर वीडियो बनाने के दौरान यात्री कह रहे हैं कि चालक व परिचालक की समझदारी से हादसा टल गया है। उधर, लोगों का ये भी कहना है कि सतौन से शिलाई मार्ग को चैड़ा करने का कार्य चल रहा है। कई जगहों पर इसी वजह से भूस्खलन (Land Sliding) का खतरा भी पैदा हो रहा है।
गौरतलब है कि सतौन से शिलाई मार्ग पर कई जगहों पर भूस्खलन होता है। हाल ही में भी कमरऊ के समीप लैंड स्लाइड से घंटों तक ट्रैफिक बाधित हुआ था। लोगों की ये भी अपील है कि हाईवे को चौड़ा करने का कार्य पूरी सावधानी व वैज्ञानिक (Scientific) तरीके से ही अमल में लाया जाना चाहिए। खैर, सोमवार को हिमाचल पथ परिवहन निगम के चालक व परिचालक ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उन्हें उत्तर भारत में वैसे ही सुरक्षित सफर के लिए नहीं पहचाना जाता।
उल्लेखनीय है कि निगम के चालकों को भर्ती से पहले कठिन परीक्षा से गुजरना पड़ता है। यह अलग बात है कि आज जैसी घटना में चालक व परिचालक की सूझबूझ ने तीन दर्जन से अधिक यात्रियों के अनमोल जीवन से खतरे को टाल दिया।