शिमला,13 जुलाई : मृदा संरक्षण के शिमला उपमंडल में तैनात सर्वेयर लायकराम को स्टेट विजिलेंस व एंटी करप्शन ब्यूरो ने 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। स्टेट विजिलेंस को ये सफलता घनाहट्टी में मिली। इस दौरान सर्वेयर ने शिकायतकर्ता से दस हजार की घूस ली, साथ ही और रिश्वत की भी डिमांड कर रहा था।
सर्वेयर द्वारा शिकायतकर्ता के सिंचाई टैंक के मूल्यांकन सर्वे की एवज में रिश्वत (कमीशन) मांगी जा रही थी। इसकी जानकारी शिकायतकर्ता ने विजिलेंस को उपलब्ध करवा दी, इसके बाद विजिलेंस ने जाल बिछाया। सिंचाई टैंक के निर्माण के लिए कुल राशि सात लाख रुपये थी। जिसमें शिकायतकर्ता को 3,28,122 निर्माण के लिए दिए गए थे, शेष राशि कृषि विभाग द्वारा खर्च की गई थी।
विजिलेंस के प्रवक्ता का कहना है कि कृषि विभाग द्वारा निर्मित सिंचाई टैंक के मूल्यांकन/सर्वेक्षण को लेकर घूस (कमीशन) मांगी गई थी। दीगर है कि शिकायतकर्ता द्वारा खर्च की गई की राशि को लेकर सर्वे रिपोर्ट लाजमी होती है।
विजिलेंस के प्रवक्ता के मुताबिक सिंचाई टैंक के निर्माण के लिए कुल राशि 7 लाख रुपये थी, जिसमें से 3,28,122 रुपये शिकायतकर्ता ने टैंक के निर्माण के लिए दिए गए थे और शेष राशि विभाग द्वारा ही निर्माण में खर्च की गई थी। सर्वेक्षक के खिलाफ धारा 7 पीसी संशोधित अधिनियम के तहत पीएस एसवी एंड एसीबी, शिमला में मामला दर्ज किया गया है।