मंडी, 25 दिसंबर: मुख्यालय से पंडोह तक फोरलेन निर्माण में मनमानियों को लेकर डीसी ऋग्वेद ठाकुर ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। एसडीएम सदर को जांच कर रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है, जिसके बाद रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
बता दें कि मंडी से पंडोह तक फोरलेन निर्माण (four Lane Construction) का कार्य केएमसी कंपनी कर रही है। 800 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में कंपनी की तरफ से जो लोग काम पर तैनात किए गए हैं, वह नियमों को दरकिनार कर मनमानियां कर रहे हैं। जब मन करे तब हाईवे का ट्रैफिक रोक दिया जाता है। कहीं-कहीं तो कंपनी संकरी सड़क पर एक तरफ काम करती है और दूसरी तरफ ट्रैफिक छोड़ा जाता है।
हाल ही में इस कारण कई गाड़ियों पर पत्थर गिरे और उनका नुकसान भी हुआ। ऐसा आरोप भी लग रहा है कि कंपनी रात के अंधेरे में ब्लास्टिंग (Blasting) कर रही है, अवैज्ञानिक तरीके से पहाड़ों की कटिंग की जा रही है। इस कारण साफ मौसम में भी यहां दो बार भीषण भू स्खलन (Land Slide) हो चुके हैं, जिसकी जद में कई गाडि़यां भी आकर क्षतिग्रस्त हुई थी। यह सारी शिकायतें प्रशासन के पास पहुंचने के बाद अब डीसी ने इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं।
डीसी ऋग्वेद ठाकुर ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि एसडीएम से जांच करके सारी रिपोर्ट मांगी गई है, उसी आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
फोरलेन निर्माण में कंपनी की मनमानियों का आलम यह है कि मंडी से पंडोह तक जो सफर मात्र 25 मिनट का है उसे पूरा करने में एक से डेढ़ घंटे का समय लग रहा है। 18 किमी के इस पैच में तीन से चार जगह काम चला हुआ है, हर जगह मनमाने ढंग से काम करने के लिए कभी भी ट्रैफिक को रोक दिया जाता है। हाईवे से होकर गुजरने वाले चालक कंपनी की इस मनमानी से परेशान हैं। वहीं बाहर से आ रहे पर्यटक भी इससे नाखुश नजर आ रहे हैं।
प्राइवेट बस (Private Bus Operator) चालक नरेंद्र कुमार ने बताया कि वह अपने गंतव्य पर रोजाना दो घंटा देरी से पहुंच रहे हैं जिस कारण सवारियों की नाराजगी का सामना करना पड़ता है। पर्यटक दलीप चौधरी ने कहा कि काम को सही ढंग से किया जाना चाहिए ताकि यहां घूमने आने वाले पर्यटकों को कोई परेशानी न हो। इन्होंने प्रशासन को सुझाव दिया है कि काम को एक निर्धारित समय में ही किया जाए ताकि लोगों को परेशानी न हो।