रोनहाट, 09 मई : हिमाचल प्रदेश के शिलाई विधानसभा क्षेत्र के रोनहाट के अंतर्गत रास्त, मानल, रिनोई, कलोना, तांदियो मार्ग पर लोग जान हथेली पर रखकर सफर कर रहे है। सड़क की खस्ता हालत का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते है कि सरकारी व निजी बस के चालकों ने सड़क पर बसों को ले जाने से इंकार कर दिया है। उनका कहना है कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि सड़क में गड्ढे है या गड्ढों में सड़क। ग्रामीण कई बार प्रशासन को इस बारे अवगत करवा चुके है, लेकिन स्थिति ज्यों के त्यों बनी हुई है। मजूबरी में निजी वाहनों का इस्तेमाल करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क पर सफर करने के दौरान दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश सरकार, प्रशासन, लोक निर्माण विभाग व स्थानीय मंत्री भी रोड की अनदेखी कर रहे है। ऐसे में सड़क पर बड़े हादसे की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। टायरिंग मेटल होना तो दूर गड्ढे भी नहीं भरे जा रहे है।
स्थानीय मंत्री हर्षवर्धन सिंह व डीसी सुमित खिमटा से भी इस बारे में आग्रह किया गया, लेकिन किसी के कान पर जू तक नहीं रेंगी। लोगों द्वारा मेहनत से तैयार की गई फसलें बाजार व मंडी तक पहुंचाने में भी काफी जोखिम उठाना पड़ रहा है। आपको बता दे कि दो राज्यों के सीमांत इलाके में हर साल सड़क हादसों में दर्जनों लोगो की मौत हो जाती है, सीमा पार भी हादसों में हिमाचलियों को अनमोल जीवन खोना पड़ता है। हादसों की गवाही सडको के किनारे बनने वाले मंदिर भी देते है।
ग्राम पंचायत नाया पंजोड़, हलांह, लोजा मानल, रास्त,तांदियो, कलोना, कोनला, रिनोई, मानल, रास्त के ग्रामीणों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि रोड की देख-रेख प्रशासन व लोक निर्माण विभाग को भेजा जाए। शीघ्र ही रोड को सुचारू किया जाए ताकि लोगों को बस की सुविधा मिल सके।
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