नाहन 29 नवंबर: सिरमौर पुलिस (Sirmour Police)के पीओ सेल के हत्थे एक शातिर चढ़ा है, जिसकी तलाश हिमाचल की सोलन व मंडी पुलिस को भी थी। इसके अलावा हरियाणा में भी कार चोरी के मामलों में वांछित था। मिल रही जानकारी के मुताबिक करनाल के इंद्री क्षेत्र का रहने वाला जितेंद्र सिंह को उत्तराखंड के ऋषिकेश से गिरफ्तार किया गया है। 2015 में नाहन में एक पिकअप चोरी के मामले में उसकी गिरफ्तारी (Arresting) हुई थी, लेकिन वह जमानत मिलने के बाद कभी अदालत में पेश नहीं हुआ। लिहाजा पीओ सेल (PO Cell) ने कुछ समय पहले उसकी फाइल को खोला।
कहते हैं, शातिर अपराधी की एक मामूली सी चूक उस पर भारी पड़ती है। इस मामले में भी ऐसा ही हुआ है। शुरुआती जानकारी में यह भी पता चला है कि शातिर जितेंद्र सिंह ने न केवल अपना मुस्लिम नाम रख लिया था बल्कि एक तलाक़शुदा मुस्लिम महिला को अपने साथ भगा कर ले गया था, जो उसके साथ ही रह रही थी। महिला का नाम भी बदल दिया था। परिवार पुलिस को बार-बार ये कह कर गुमराह कर रही थी कि वो विदेश चला गया है। बचपन से ही शातिर ने गाड़ियां चोरी करनी शुरू कर दी थी। इसके लिए एक संगठित गिरोह भी बनाया था।
ऋषीकेश में हुलिया बदलकर एक ब्रोकर बनकर काम कर रहा था। घर से बाहर कम ही निकलता था,लैपटॉप (laptop) पर ही बैठ कर ही काम करता रहता था। पुलिस के पीओ सेल ने ससुराल सहित भगौड़े के घर पर लंबे समय से फील्डिंग लगा रखी थी। लेकिन पुलिस की मेहनत उस समय रंग लाई जब उसे गिरफ्तार करने में पीओ सेल को सफलता मिली। बहरहाल माना जा रहा है कि उसकी गिरफ्तारी के बाद हिमाचल (Himachal) के मंडी सोलन व सिरमौर के अलावा हरियाणा के कई कस्बों में भी कार चोरी की वारदातों पर से पर्दा उठ सकता है। पीओ सेल की टीम में हेड कांस्टेबल ज़ुलफ़ान मोहम्मद,कांस्टेबल नरदेव व इरफ़ान शामिल थे। एएसपी बबीता राणा ने पुष्टि की है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने यह भी बताया कि गिरफ्तार आरोपी बेहद ही शातिर है, उसने अपने परिवार से भी संपर्क तोड़ रखा था, ताकि पुलिस की गिरफ्त में ना आए। उन्होंने बताया कि ऐसी भी जानकारी है कि वह दो-तीन शादियां कर चुका है। इस समय दूसरे धर्म की महिला को पत्नी बनाकर रखा हुआ था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पुलिस थाना की टीम भी लंबे अरसे से भगोड़े को सलाखों के पीछे पहुंचाने के प्रयास में जुटी हुई थी।