हमीरपुर, 2 सितम्बर: भोरंज-उपमंडल के अंतर्गत अमरोह पंचायत में मनरेगा(Manrega) कार्यों में करीब एक लाख 67 हजार 371 रुपये की धनराशि के घोटाले की अब जांच की जाएगी। गौरतलब है, कि यह पत्थर मंगवाए नहीं गए थे, लेकिन घोटाले को अंजाम देने के लिए मेजरमेंट बुक(Management Book) पर इनकी एंट्री कर दी। मामला साल 2017-18 का है, जब पंचायत के अंदर मनरेगा के तहत किए खेत समतल के कार्यों में यह गोलमाल किया गया था, पंचायत की महिलाओं ने जब आरटीआई(RTI) से इसके बारे में सूचना ली, तो इस गोलमाल का खुलासा हुआ। खेत समतल के लिए एक लाख 33 हज़ार के जाली बिल(Fraud bill) लगाकर पत्थरों के नाम पर करीब एक साल से सरकारी राशि का अपने फायदे के लिए प्रयोग किया। इसमें अलग-अलग लोगों के नाम पर भूमि को समतल करने को 24 हज़ार, 19500, 21 हज़ार, 10 हज़ार, 15 हज़ार, 19500 रुपये, 24 हज़ार रुपए के भूमि समतल को लेकर के पत्थरों के जाली बिल लगाए। करीब एक साल बाद जब इन कार्यों का सोशल ऑडिट(social Audit) हुआ, तो यह गड़बड़झाला पकड़ में आया।
दूसरी तरफ इसी पंचायत में मनरेगा कार्यों में एक स्कूली छात्रा(School Student) की मस्टररोल पर हाजरियां(Attendance) लगाकर करीब 3 हज़ार के गोलमाल को अंजाम दिया। हालांकि पंचायत द्वारा एक लाख 60 हजार की रिकवरी की गई है। इसके अलावा 7371 की एक और रिकवरी हुई है। कुल मिलाकर 1 लाख 67 हजार 371 की धनराशि को वाईस चेयरमैन एम्प्लॉयमेंट फंड शिमला के पीएनबी खाते में ट्रांसफर कर दिया है। अब रिकवरी करने के पश्चात बीडीओ कार्यालय ने जांच के आदेश दिए हैं।
उधर इस बारे भोरंज खंड विकास अधिकारी मनोज कुमार ने बताया है, कि मामला 2017 का है अब मामले जांच होगी, चाहे पैसे की रिकवरी कर दी गई हो, पूरा रिकार्ड तलब किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।