सोलन, 02 सितंबर : सुप्रीम कोर्ट(Supreme court) ने शिक्षण संस्थानों में छात्रों के साथ किसी भी तरह की मारपीट पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगा रखी है, बावजूद इसके कुछ शिक्षक (Teacher) आवेश में आकर छात्रों (Students) से बेवजह मारपीट करने से गुरेज नहीं करते। ऐसा ही मामला डिग्री कॉलेज सोलन(Degree College Solan) में सामने आया है। जहां एक शिक्षक(Teacher) ने छात्रों की मौजूदगी में अटेंडेंस (Attendance) कम होने पर फ़ाइनल इयर (Final Year) के छात्र को थप्पड़ जड़ दिया। जिससे छात्र मानसिक तनाव में आ गया और उसके परिजन भी परेशान हो गए। परिजनों ने इसकी शिकायत कॉलेज की प्रिंसिपल (College Principal) से की। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रिंसिपल ने शिक्षकों की बैठक(Meeting) बुलाकर मामले का संज्ञान लिया। बैठक में आरोपी शिक्षक ने सभी के समक्ष अपनी गलती स्वीकार की और माफ़ी मांगकर पीछा छुड़ाया।
पीड़ित छात्र का कहना है कि जब वह सोशल स्टडी(Social Study) के असिसटेंट प्रोफ़ेसर(Assistant professor) को अपनी असाइनमेंट (Assignment) जमा करवाने गया तो उन्होंने अटेंडेंस कम होने का कारण पूछा। जब वह अपनी बात रख रहा था तभी अध्यापक ने सबके सामने उसे अचानक थप्पड़ जड़ दिया, जिससे वह मानसिक तनाव में आ गया।
वही जब इस बारे में कॉलेज की प्रिंसिपल नम्रता टीकू से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आज सुबह उनके संज्ञान में यह मामला आया है जिसको लेकर सभी अध्यापकों की बैठक बुलाई गई थी। जिसमे सभी के समक्ष अध्यापक ने अपनी गलती को स्वीकार किया और भविष्य में ऐसी गलती ना दोहराने की बात कही।