ऊना : जिला में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। ताजा मामला हरोली विस क्षेत्र के गांव सिंगा का है। जहां के 55 वर्षीय व्यक्ति की रिपोर्ट पीजीआई चंडीगढ़ में कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। अब व्यक्ति का पीजीआई में ही उपचार चल रहा है। हालांकि व्यक्ति को क्षेत्रीय अस्पताल ऊना से पीजीआई चंडीगढ़ रैफर किया गया था। जानकारी मिलने के बाद आरएच ऊना के इमरजेंसी स्टॉफ को क्वारंटाइन किया गया है, जिसमें सफाई कर्मचारी सहित एक लैब तकनिशियन भी है। स्वास्थ्य विभाग की माने तो इन सभी के सैंपल 26 जून को लिए जाएंगे।
उधर, पीजीआई में उपचार ले रहे व्यक्ति की पत्नी भी साथ है, जिसका पीजीआई में कोविड टैस्ट नेगेटिव आया है। बता दें कि सिंगा निवासी व्यक्ति को एक वर्ष पहले पैरालाइज का अटैक आया था, जिस कारण व्यक्ति चलने फिरने में असमर्थ था। सारे कार्य पत्नी ही करती थी। 19 जून को व्यक्ति को हार्ट अटैक आया और इसे उपचार के लिए परिजन क्षेत्रीय अस्पताल ले आए। शाम करीब 6 बजे व्यक्ति उपचार लेने क्षेत्रीय अस्पताल के इमरजेंसी में पहुंचा, जहां पर चैकअप के बाद एक टैस्ट लिखा गया। टैस्ट क्षेत्रीय अस्पताल की एक लैब में हुआ।
तबीयत ज्यादा खराब के चलते डॉक्टर ने करीब 45 मिनट बाद पीजीआई चंडीगढ़ रैफर कर दिया। जहां पर 20 जून को व्यक्ति का कोविड टैस्ट लिया, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पत्नी का भी सैंपल लिया, जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई। बता दें कि व्यक्ति का एक बेटा 22 वर्ष का है, जो कि जालंधर में नौकरी करता है, जबकि बेटी की शादी हो गई है। व्यक्ति का बच्चों से कोई संपर्क नहीं हो पाया है।
ऐसे में सवाल यह है कि आखिर व्यक्ति कोरोना संक्रमित कैसे हुआ। सीएमओ डॉ. रमण शर्मा ने बताया कि व्यक्ति उपचार के लिए क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचा था, जिसे पीजीआई रैफर कर दिया गया था। जहां पर रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्होंने कहा कि एहतियात के दौरान एमरजेंसी स्टॉफ को क्वारंटाइन कर दिया गया है। जल्द ही इनके सैंपल लिए जाएंगे।