गोहर : पीएचसी थुनाग में डॉक्टर द्वारा रोगी के साथ बदसलूकी का मामला सामने आया है। जानकारी अनुसार रोगी सर्दी जुकाम की दवा लाने के लिए अस्पताल गया था। जहां अस्पताल में तैनात डॉक्टर ने उसे कमरे के अंदर बुलाया और तैश में आकर उसकी पर्ची फाड़कर उसके हाथ में थमा दी। पीडि़त मरीज लीला राम जोकि विधिक सेवा प्राधिकरण के तहत ग्राम पंचायत थुनाग में कार्यरत है का आरोप है कि वह शनिवार सुबह लगभग 11 बजे पीएचसी थुनाग स्वास्थ्य जांच करवाने अस्पताल के डॉक्टर के पास गया था। उसे हल्का सा जुकाम और खांसी है।
पर्ची की बारी आने पर जैसे ही डॉक्टर ने अंदर बुलाकर उसे स्टूल पर बैठने के लिए कहा तो डॉक्टर ने उसे तुरंत खड़े होने को कहा और पर्ची फाड़ देने के बाद डाक्टर द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए उसे अस्पताल से बाहर चले जाने को कहा। पीडि़त ने मामले को तुरन्त एसडीएम, बीएमओ जंजैहली तथा पुलिस अधीक्षक मंडी को लिखित शिकायत भेजकर उक्त डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इसके अलावा पीडि़त ने जिलाधीश के ई-समाधान के व्हाट्सएप नंबर, पुलिस कंट्रोल शिमला के नंबर तथा 1100 मुख्यमंत्री हैल्पलाइन में भी शिकायत दर्ज करवाई है।
बीएमओ जंजैहली केआर शर्मा ने बताया कि अस्पताल में तैनात डॉक्टर किसी के साथ भी इस तरह से पेश नहीं आ सकते। डाक्टर द्वारा पर्ची फाड़ी जाए यह आरोप लगाना जांच का विषय है। जिस पर जांच शुरू कर दी है। वहीं इस बारे उपमंडलाधिकारी थुनाग सुरेंद्र मोहन ने मामले पर कड़ा संज्ञान लेते हुए बीएमओ जंजैहली को जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। जांच के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।