ऊना : कोरोना वायरस को देखते हुए आगामी चैत्र नवरात्र मेलों पर जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है। उपायुक्त संदीप कुमार ने बड़ी संख्या में श्रद्धालु चिंतपूर्णी समेत अन्य धार्मिक स्थलों पर आते हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन सभी श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान करता है, लेकिन पूरे देश में कोरोना वायरस के चलते बने हालात को देखते हुए सावधानी बरती जानी चाहिए। इस संदर्भ में आदेश जारी करते हुए डीसी ने बीमार व्यक्तियों से नवरात्र मेलों में न आने की अपील की है। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सभी प्राइवेट लंगर तथा सरायों को भी बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि आने वाले श्रद्धालु होटलों में सिंगल रूम में रुकें तो बेहतर होगा। उपायुक्त ने कहा है कि मां चिंतपूर्णी की आरती को मंदिर की वेबसाइट पर लाइव प्रसारित किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु अपने घरों में मोबाइल या लैपटॉप पर ही दर्शन कर सकें। उन्होंने कहा कि आने वाले श्रद्धालुओं को चिंतपूर्णी सदन में रोका जाएगा और यहां पर सभी का पंजीकरण होगा। श्रद्धालुओं की मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी भी यहां पर एकत्र की जाएगी, विशेष रूप से विदेश से आने वाले व्यक्तियों की।
उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्वास्थ्य विभाग के हेल्प डेस्क बनाए जाएंगे। अगर किसी में भी कोरोना वायरस के लक्षण दिखते हैं तो उसे चिकित्सीय सहायता प्रदान की जाएगी। मेला ड्यूटी में तैनात सभी स्टाफ को मास्क प्रदान किए जाएंगे ताकि वह कोरोना के संक्रमण से बच सकें। साथ ही संदीप कुमार ने जिला के सभी धार्मिक संस्थानों तथा डेरा प्रबंधकों से भी फिलहाल धार्मिक समागम तथा जलसे का आयोजन न करने को कहा है।
व्यक्तिगत स्वच्छता का रखें ध्यान
उन्होंने कहा कि वायरस से बचने के लिए सभी व्यक्ति अपनी व्यक्तिगत स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। नियमित रूप से साबुन से हाथ धोएं। खांसते हुए या फिर छींक मारते हुए नाक व मुंह को रूमाल या कोहनी से ढकें और जिस व्यक्ति में कोरोना के संक्रमण के लक्षण दिखाई दें, उससे उचित दूरी बना कर रखें। उन्होंने कहा कि 10 फरवरी 2020 के बाद 12 देशों चीन, जापान, हांगकांग, सिंगापुर, ईरान, थाइलैंड, साउथ कोरिया, मलेशिया, वियतनाम, इंडोनेशिया, इटली व नेपाल से आने वाले यात्रियों एवं उनके संपर्क में आने वाले व्यक्तियों में इस रोग की आशंका हो सकती है।