नाहन : प्राथमिक शिक्षक के साथ-साथ स्पेशल एजुकेटर भी बना जा सकता है। एक ही डिप्लोमे से जहां प्राथमिक स्कूलों में जेबीटी के पद की पात्रता हासिल हो जाती है, वहीं स्पेशल एजुकेटर से भी स्कूलों खासकर सीबीएसई से मान्यता प्राप्त पाठशालाओं में रोजगार हासिल किया जा सकता है।
सनद रहे कि स्पेशल एजुकेटर की जिम्मेदारी स्कूलों में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को शिक्षा प्रदान करने की रहती है। करीब दो साल पहले सीबीएसई ने स्पेशल एजुकेटर के पद भरने को अनिवार्य बनाया था। जानकारों के मुताबिक स्पेशल एजुकेटर काफी कम हैं। शहर में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए अरसे से कार्य कर रही आस्था स्पेशल सोसायटी ने दो वर्षीय डीईडी, एसई (एमआर) डिप्लोमा को शुरू किया था, क्योंकि स्कूल में विशेष आवश्यकता वाले बच्चे भी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि इस डिप्लोमा को भारतीय पुनर्वास परिषद द्वारा मान्यता प्रदान की गई है। दाखिले के लिए ऑनलाइन आवेदन किए जा सकेंगे। 25 सीटों में से सामान्य वर्ग के लिए 50 प्रतिशत सीटें होंगी, जबकि एससी व एसटी के लिए 50 प्रतिशत का कोटा है।
स्कूल की प्रधानाचार्य रूचि कोटिया का कहना है कि उनके मोबाइल नंबर-98164-98494, 94596-21156 व 01702-223945 पर संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि स्कूल में कोर्स के लिए बेहतरीन स्टाफ उपलब्ध है। साथ ही हॉस्टल की सुविधा भी दी जा रही है।
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